पंजाब, हरियाणा में भारी बारिश, धान और कपास की फसलें बर्बाद

सामान्य से भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित है। किसानों ने बताया कि खेतों में खड़ी धान व कपास की फसल काटने के लिए तैयार थी लेकिन बारिश से फसल बर्बाद हो गई।

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पंजाब, हरियाणा में भारी बारिश, धान और कपास की फसलें बर्बाद

चंडीगढ़। पंजाब, हरियाणा के अधिकांश इलाकों में तीसरे दिन भी सामान्य से भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित है। किसानों ने बताया कि खेतों में खड़ी धान व कपास की फसल काटने के लिए तैयार थी लेकिन बारिश से फसल बर्बाद हो गई। पड़ोसी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश होने के कारण पंजाब में सतलुज, ब्यास और रावी हरियाणा में यमुना नदियों के लिए सोमवार को चेतावनी जारी की गई है।

अमृतसर में रविवार को 145 मिलीमीटर बारिश हुई। शहर में अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 11 डिग्री नीचे है। स्वर्ण मंदिर परिसर में पवित्र जल का स्तर भी बढ़ गया है जिससे वहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए समस्याएं पैदा हो गई। दोनों राज्यों के विभिन्न हिस्सों में यातायात प्रभावित है।

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चंडीगढ़ में कई जगह जलभराव होने से यातायात बाधित हुआ। हरियाणा के पंचकुला और पंजाब के मोहाली के से सटे इलाकों में प्रशासन को जलभराव की शिकायतें मिल रही हैं। पंजाब के नवांशहर जिले में रविवार को एक छत ढहने से दो लोगों की मौत हो गई। लगातार बारिश के कारण दोनों राज्यों में अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। अधिकतम तापमान सामान्य से छह से 11 डिग्री नीचे चला गया।

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उत्तराखंड में भी भारी बारिश

वहीं उत्तराखंड के ज्यादातर स्थानों पर रविवार से शुरू हुई बारिश सोमवार को भी लगातार जारी रही जिससे पहाड़ों से मलबा और पत्थर गिरने से बदरीनाथ, केदारनाथ और यमुनोत्री धामों को जाने वाले मार्गों के अलावा कई अन्य मार्ग भी बाधित हो गये। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार देहरादून, हरिद्वार, पौडी, उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, पिथौरागढ़ और बागेश्वर सहित प्रदेश के ज्यादातर स्थानों पर बारिश दर्ज की गयी। बारिश के कारण जगह-जगह पहाड़ों से हुए भूस्सखलन से करीब 45 ग्रामीण मार्ग भी बाधित हो गये।

साभार: एजेंसी

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