भारतीय रेल: छोटे स्टेशनों का जल्द ही होगा कायाकल्प
गाँव कनेक्शन 28 Oct 2017 9:15 AM GMT
लखनऊ। भारतीय रेल देश भर के छोटे स्टेशनों में बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर रहा है। सरकार ऐसे छोटे स्टेशनों का वर्गीकरण कर यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को और मजबूत करने जा रहा है। अभी तक आय के आधार पर ही स्टेशनों पर यात्रियों के लिये सुविधाए मुहैया कराई जाती थी लेकिन वर्षो पुराना ये नियम अब बदल दिया जाएगा। अब स्टेशनों पर आय के हिसाब से नहीं यात्रियों की संख्या ऐतिहासिक पर्यटक के महत्व को देखते हुए मानक बनाया जाएगा।
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रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक छोटे रेलवे स्टेशनों का नए सिरे से वर्गीकरण किया जा रहा है। इसका मकसद ऐसे स्टेशनों पर सुरक्षा व यात्रियों की सुविधाओं को बेहतर बनाना है। बताया कि दशकों पुराने नियम के मुताबिक अभी तक किसी भी स्टेशन की आय के मुताबिक ए1, ए, बी, सी, डी, ई और एफ श्रेणी में रखा जाता है। रेलवे ने 75 ए1 और 332 ए श्रेणी के स्टेशनों का पुनर्विकास करने का निर्णय लिया है।
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इसके अलावा रेल मंत्री पीयुष गोयल ने अन्य श्रेणी के महत्वपूर्ण स्टेशनों को नए सिरे से वर्गीकृत करने का आदेश दिया है। जो स्टेशन तीर्थ, पर्यटन एवं ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण हैं लेकिन कम आय के कारण पर्याप्त सुविधाएं नहीं है। इनमें से प्रमुख रूप से मुगलसराय, टूंडला, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, झांसी, फैजाबाद, उन्नाव आदि लगभग दो हजार से ज्यादा स्टेशनों को श्रेणीबद्ध किया जाएगा।
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