दूध की कीमतें बढ़ने से मुंबईवासियों को लगेगा झटका

Diti BajpaiDiti Bajpai   12 Jun 2017 8:15 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
दूध की कीमतें बढ़ने से मुंबईवासियों को लगेगा झटकाकर्जमाफी के लिए आंदोलन कर रहे किसानों ने दूध का रेट बढ़ाए जाने की मांग भी की थी

लखनऊ। जहां महाराष्ट्र के लाखों किसान कर्जमाफ होने का जश्न मना रहे है। वहीं दूध की कीमतें बढ़ने से मुम्बई वासियों को बड़ा झटका लगने वाला है। कर्जमाफी के लिए आंदोलन कर रहे किसानों ने दूध का रेट बढ़ाए जाने की मांग भी की थी। नाराज किसानों की मांग को सुनते हुए सरकार ने दूध की नई दरें बढ़ाने का फैसला लिया है।

मंगलवार को कमेटी की बैठक के बाद दूध की नई दरें लागू की जाएंगी। नई दरों के मुताबिक गाय के दूध की कीमत 24 रुपए प्रति लीटर से बढ़कर 27 रुपए प्रति लीटर और भैंस के दूध की कीमत 33 रुपए प्रति लीटर से बढ़कर 37 रुपए प्रति लीटर होगी।

ये भी पढ़ें: दूध उत्पादन के साथ मिलावट में भी आगे है यूपी, जानें कितना मिलावटी दूध पी रहे हैं आप

दूध के घटते दामों से कोई मुनाफा नहीं हो रहा था। 18 रुपए लीटर दूध बिक रहा था इसलिए सभी किसानों ने यह कदम उठाया है। जब से यह आंदोलन शुरू हुआ तब से मैंने दूध नहीं बेचा है।
राकेश दुबे, नर्सिंगपुर जिला, मध्यप्रदेश

महाराष्ट्र बड़े दूध उत्पादक राज्यों में गिना जाता है। 2015-16 में यहां 10,153 टन दूध का उत्पादन किया गया। महाराष्ट्र में प्रतिदिन करीब तीन करोड़ लीटर दूध की आवश्यकता है जबकि महज 75 लाख लीटर दूध ही प्रतिदिन पैदा होता है। ऐसे में दूध मंहगा हो जाने से आम जनता को दूध खरीदने के लिए काफी सोचना पड़ेगा।

ये भी पढ़ें: मजबूरी में शुरु किया था डेयरी का काम, आज हैं जिले के सबसे बड़े दूध उत्पादक

मध्यप्रदेश के नर्सिंगपुर जिले के राकेश दुबे तीन जून से आंदोलन में शामिल है। राकेश बताते हैं, "दूध के घटते दामों से कोई मुनाफा नहीं हो रहा था। 18 रुपए लीटर दूध बिक रहा था इसलिए सभी किसानों ने यह कदम उठाया है। जब से यह आंदोलन शुरू हुआ तब से मैंने दूध नहीं बेचा है। महाराष्ट्र में किसानों के कर्जमाफ और दूध के रेट बढ़ाने का फैसला लिया है। मुझे नहीं लगता कि सरकार दूध के रेट बढ़ाएगी।’

ये भी पढ़ें: कामधेनु योजना अपनाकर विमलेश बने अपने क्षेत्र के सबसे बड़े दुग्ध उत्पादक

मध्यप्रदेश देश के उन दस बड़े राज्यों में एक है, जहां दूध का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है। अमूल भी मध्यप्रदेश के किसानों से दूध खरीदता है। अमूल और मध्यप्रदेश दुग्ध महांसघ के अलावा भी कई निजी कंपनियां किसानों से ऊंचे दामों पर दूध की खरीदी कर रही हैं। किसानों की मांग है कि अमूल से अधिक दामों पर दूध खरीदा जाए। मध्यप्रदेश दुग्ध महासंघ के अधिकारी इसके लिए तैयार नहीं थे। इस कारण नाराज किसानों ने दूध सड़क पर बहा दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आश्वासन दिया है कि दूध की खरीदी अमूल की तर्ज पर होगी।

     

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.