गुर्जर नेताओं से राजस्थान सीएम की अपील, बातचीत के लिए आगे आएं
गुर्जर आरक्षण को लेकर हो रहे आंदोलन के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुर्जर नेताओं से बातचीत के लिए आगे आने की अपील की है।
गाँव कनेक्शन 11 Feb 2019 10:28 AM GMT
जयपुर (भाषा)। गुर्जरों के आरक्षण आंदोलन के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि सरकार के स्तर पर बातचीत के द्वार खुले हैं और आंदोलनकारियों को बातचीत के लिए आगे आना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने धौलपुर में हुए आगजनी की घटना की निंदा की।
दिल्ली से लौटे गहलोत ने हवाई अड्डे पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि बात-चीत के लिए सरकार के द्वार हमेशा से खुले हैं। इस मामले में मंत्रियों की समिति बना दी गई है। गहलोत ने कहा कि अब यह गुर्जर नेताओं की जिम्मेदारी है कि वे खुद आगे आकर बातचीत का सिलसिला शुरू करें। उन्होंने कहा कि इस मामले में इससे पहले भी बातचीत हुई थी और बात आगे भी बढ़ी थी। तब इस संबंध में कुछ अच्छे फैसले भी हुए थे।
सीएम ने कहा कि आंदोलन करना अलग बात है लेकिन रेल पटरियों पर बैठना कानूनी रूप से ठीक नहीं है। गहलोत ने धौलपुर जिले में पुलिस वाहनों को आग लगाए जाने की घटना की निंदा की। उन्होंने कहा, धौलपुर में जो कुछ भी हुआ उसमें असामाजिक तत्व भी शामिल थे। स्थानीय प्रशासन जांच कर रहा है कि इसमें कौन-कौन लोग शामिल थे।
गहलोत ने कहा कि गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला खुद कह रहे हैं कि शांति बनाए रखें तो उनके समर्थकों को उनकी बात माननी चाहिए। जिस प्रकार से तनाव पैदा किया गया और आगजनी की गई, उसे सही नहीं कहा जा सकता। मुझे विश्वास है कि बैंसला व उनकी टीम जल्द ही आगे आएगी और सरकार के साथ बातचीत शुरू होगी।
सरकार को खुद आगे आना होगाः बैंसला
वहीं गुर्जरों के नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर सरकार को वार्ता करनी है तो उन्हें खुद आगे आना होगा। सवाई माधोपुर में रेलवे ट्रैक पर बैठकर आंदोलन कर रहे गुर्जर नेता बैंसला ने कहा कि अगर सरकार को बातचीत करनी हैं तो उन्हें अब रेलवे ट्रैक पर आना होगा। उन्होंने अपने समर्थकों से भी शांतिपूर्वक आंदोलन करने की अपील की।
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