आतंकवाद के लिए ऑक्सीजन का काम करते हैं जाली नोट : राजनाथ  

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आतंकवाद के लिए ऑक्सीजन का काम करते हैं जाली नोट : राजनाथ  फाइल फोटो 

नई दिल्ली (भाषा)। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि उच्च गुणवत्ता के जाली नोट आतंकवाद के लिए ऑक्सजीन का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद समाज के लिये अभिशाप है।

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राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के नए मुख्यालय का यहां उद्घाटन करते हुए सिंह ने कहा कि कोई भी सभ्य देश अपनी सरजमीं से आतंकवाद को फलने फूलने देना स्वीकार नहीं कर सकता है।

उन्होंने कहा कि आतंकवाद एक अभिशाप है और कोई भी सभ्य देश इसे स्वीकार नहीं कर सकता। राजनाथ ने कहा, जाली मुद्रा आतंकवाद को बढाने में सहयोग करती है और उच्च गुणवत्ता वाले जाली नोट आतंकवाद के लिए ऑक्सीजन का काम करते हैं। सिंह ने कहा कि आतंकवाद विकास की राह में बाधा है और राजग सरकार समस्या के खिलाफ कडी कार्वाई कर रही है।

गृह मंत्री ने कहा कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंकवाद की समस्या को उजागर करने के लिये उल्लेखनीय कदम उठाए हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकसाथ लाने में सफल रहे हैं।

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जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के वित्तपोषण की एनआईए द्वारा की जा रही जांच का उल्लेख करते हुए सिंह ने कहा कि इस कार्वाई ने आतंकवादियों को धन के प्रवाह में बाधा पहुंचाई है और उनका मनोबल बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

देश में आतंकवादी कृत्यों पर अंकुश लगाने में एनआईए की भूमिका की सराहना करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि आतंकवाद के मामलों में साक्ष्य एकत्र करना चुनौतीपूर्ण काम है और 95 फीसदी इस तरह के मामले में आरोपी दोषी साबित होते हैं।

उन्होंने कहा कि एनआई को उसके काम में केंद्र और राज्य की एजेंसियों से पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा, एनआईए ने अपनी विश्वसनीयता और निष्पक्षता पिछले आठ वर्षों में पेशेवर और वैज्ञानिक जांच के जरिये स्थापित की है। सिंह ने कहा कि गृह मंत्रालय ने एनआईए को प्रशासनिक मामलों में खुद से फैसला करने की अनुमति दी है क्योंकि यह एक स्वायत्त निकाय है।

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