किसान आंदोलन से अलग हुआ राष्ट्रीय किसान मज़दूर संगठन और भाकियू का भानू गुट, वीएम सिंह बोले एमएसपी की लड़ाई जारी रहेगी

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किसान आंदोलन से अलग हुआ राष्ट्रीय किसान मज़दूर संगठन और भाकियू का भानू गुट, वीएम सिंह बोले एमएसपी की लड़ाई जारी रहेगी

राष्ट्रीय किसान मज़दूर संगठन के नेता वीएम सिंह ने किसान आंदोलन से खुद का अलग कर लिया है। वीएम सिंह ने 26 जनवरी की घटना के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया। इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस में उन्होंने भाकियू (टिकैत) के अध्यक्ष राकेश टिकैत पर कई आरोप भी लगाए।

वीएम सिंह ने कहा, "कुछ लोग नहीं चाहते हैं कि शांतिपूर्ण बात हो, 25 की रात में बात हुई, राकेश टिकैत से बात करने गया कि कोई दिक्कत तो नहीं है, सब साथ चलेंगे, कहा कि कोई दिक्कत नहीं। हम दस बजे सुबह यहां पहुंचे तो पता चला कि साहब बैरियर तोड़कर निकल गए। जो लोग यहां पीड़ा लेकर आएं हैं वो यहां अस्पताल तोड़ने आए हैं, या फिर मरहम-पट्टी कराने आए हैं।"

"सरकार की भी ग़लतियाँ हैं। आपने लाल किले को प्रोटेक्ट क्यों नहीं किया। हिंदुस्तान का झंडा, गरिमा, मर्यादा सबकी है, जिन्होंने इसे भंग किया वो भी गलत हैं और जिन्होंने इसे भंग होने दिया वो भी गलत हैं," उन्होंने आगे कहा।

LIVE : किसान आन्दोलन प्रेस - वार्ता गाजीपुर बॉर्डर

Posted by Sardar VM Singh on Wednesday, January 27, 2021


राष्ट्रीय किसान मज़दूर संगठन से जुड़े आदित्य चौधरी ने गाँव कनेक्शन को बताया, "वीएम सिंह ने कहा है कि 26 जनवरी को जो भी घटना हुई उसकी जांच हो, जो भी हुआ दुखद है, हमारे एक साथी की जान भी चली गई। उसके बाद फैसला लिया गया है कि हम आंदोलन से खुद को अलग कर रहे हैं। जो भी अब तक होता रहा, हमने साथ दिया, लेकिन अब साथ नहीं देंगे। एमएसपी की लड़ाई चलती रहेगी, लेकिन अभी हम गाजीपुर के प्रोटेस्ट साइट से अलग हो गए हैं।"

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने कई किसान नेताओं पर एफ़आईआर दर्ज की है। इस हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

वीएम सिंह ने आरोप लगाया कि बातचीत के दौरान उत्तर प्रदेश से सिर्फ़ राकेश टिकैत को ही बुलाया जाता और उन्हें नज़रअंदाज़ किया जाता रहा। इसी वजह से वो आंदोलन में पीछे समर्थन करते रहे।

इसी बीच भारतीय किसान यूनियन (भानू गुट) ने भी खुद को इस आंदोलन से दूर कर लिया है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भानू गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने बताया कि चिल्ला बार्डर जो धरना करीब दो महीने से चला आ रहा है उसे खत्‍म किया जा रहा है। उन्होंने 26 जनवरी को लालकिले पर हुई घटना की निंदा भी की।

ये भी पढ़ें: Farmers Protest Live: कई किसान नेताओं पर एफआईआर दर्ज, प्रदर्शन से अलग हुए दो किसान संगठन

   

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