किसान आंदोलन: राजस्थान के हनुमान बेनिवाल ने लिखी अमित शाह को चिट्ठी, एनडीए से समर्थन वापस लेने की चेतावनी
गाँव कनेक्शन 30 Nov 2020 7:32 PM GMT
तीन कृषि कानूनों को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानि NDA सरकार की सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। आरएलपी के राष्ट्रीय संयोजक और राजस्थान में नागौर से सांसद हनुमान बेनिवाल इस मामले को लेकर सरकार से अलग होने की चेतावनी दी है। खुद को किसानों को नेता बताते हनुमान बेनिवाल ने कहा कि अगर जल्द ही केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने पर फैसला नहीं किया और दिल्ली पहुंचे किसानों से वार्ता नहीं कि उनकी पार्टी खुद को एनडीए से अलग कर लेगी और आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली कूच भी करेगी।
सोमवार को एनडीए के संयोजक और गृहमंत्री अमित शाह को हनुमान बेनिवाल ने चिट्ठी लिखी है, जिसमें कहा गया है कि किसानों की भावना को देखते हुए बिलों को तुरंत वापस लिया जाए। हनुमान बेनिवाल ने अपने ट्वीट पर लिखा, " अमित शाह जी देश में चल रहे किसान आंदोलन की भावना को हाल ही में कृषि से सम्बंधित लाये गए 3 बिलों को तत्काल वापिस लिया जाए और स्वामीनाथन आयोग की सम्पूर्ण सिफारिशों को लागू करें। साथ ही किसानों को दिल्ली में त्वरित वार्ता के लिए उनकी मंशा के अनुरूप उचित स्थान दिया जाए।"
इसके आगे हनुमान बेनिवाल ने लिखा कि आरएलपी, एनडीए का घटक दल है परन्तु आरएलपी की ताकत किसान व जवान हैं इसलिए अगर इस मामले में त्वरित कार्यवाही नहीं की गई तो मुझे किसान हित मे एनडीए का सहयोगी दल बने रहने के विषय पर पुनर्विचार करना पड़ेगा।
ये भी पढ़ें- किसान आंदोलन: शंभु बॉर्डर से सिंघु बॉर्डर तक किसानों के साथ गांव कनेक्शन के 90 घंटे
हनुमान बेनिवाल राजस्थान के बड़े जाट नेताओं में गिने जाते हैं जो किसानों की राजनीति करते हैं। हालांकि कृषि कानून पास होने पर उन्होंने इन्हें किसान का हितैषी बताया था लेकिन किसान आंदोलन के बढ़ते दबाव को देखते उन्होंने ये फैसला लिया है। हनुमान बेनिवाल अपनी पार्टी के अकेले सांसद हैं।
कृषि कानूनों को वापस लेने, बिजली के प्रस्तावित बिल का विरोध, एमएसपी को कानून बनाने और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों की सभी लागू करने की मांग को लेकर दिल्ली में किसानों के आंदोलन का सोमवार को पांचवां दिन था। सोमवार को देर रात कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की तरफ से किसानों नेताओं को मंगलवार (एक दिसंबर, 2020) को वार्ता के लिए बुलाया गया है।
.@RLPINDIAorg देश के किसानों के पक्ष में उनके साथ है,किसान व जवान ही देश तथा RLP की ताकत है ! अन्नदाता के हितों का संरक्षण हमारी पहली प्राथमिकता है ! pic.twitter.com/x7eVDZv32Z
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) November 30, 2020
अकाली दल छोड़ चुका है साथ
कृषि कानूनों के मुद्दे पर बीजेपी की पुरानी सहयोगी और पंजाब की प्रमुख विपक्षी पार्टी शिरोमणी अकाली दल ने एनडीए से खुद को अलग कर लिया था। अकाली दल कोटे से नरेंद्र मोदी कैबिनेट में मंत्री हरसिमरत कौर ने इस्तीफा दे दिया था।
More Stories