नोटबंदी से जुड़ी वो अफवाहें जिन पर शायद अापने भी कर लिया होगा भरोसा

Anusha MishraAnusha Mishra   8 Nov 2017 3:56 PM GMT

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नोटबंदी से जुड़ी वो अफवाहें जिन पर शायद अापने भी कर लिया होगा भरोसानोटबंदी से जुड़ी अफवाहें

8 नवंबर 2016 की रात भारत में पीएम मोदी ने 1000 और 500 के पुराने नोटों को बंद कर दिया था और उसकी जगह 2000 पर 500 के नए नोट बाज़ार में आए थे। नए नोट आने के साथ कई अफवाहें भी आई थीं। उस समय बहुत कम ही लोग ऐसे थे जिन्हें नोटबंदी से जुड़ी सारी बातें पूरी तरह से पता थीं। ज़्यादातर लोग नोटबंदी से जुड़ी कई बातों को लेकर संशय में थे और ऐसी अफवाहों पर यकीन करना उनके लिए बहुत मामूली थी।

1. 2000 के नोट में लगी है चिप

इस अफवाह ने बहुत ज़ोर पकड़ा कि 2000 के नए नोट में एक चिप लगी है जिसमें जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम है। नोटबंदी के बाद कई जगह से 2000 के नोटों की गड्डियां छापे में मिली थीं, जिसके बारे में कहा जा रहा था कि इन नोटों में चिप लगी है इसीलिए अधिकारी ट्रैक कर पा रहे हैं कि नए नोटों को कहां छुपाया गया है। यह एक कोरी अफवाह थी क्योंकि अभी तक ऐसी कोई तकनीक नहीं आई है जिसे करेंसी नोट में लगाकर उसे ट्रैक किया जा सके।

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2. नोट में स्पेलिंग गलत होना

उस समय यह अफवाह भी बहुत फैली थी कि 2000 के नोट में हिंदी और उर्दू की वर्तनी में गलतियां हैं। ये उन लोगों के लिए चौंकाने वाली बात थी जो ये सोच रहे थे कि नए नोट बहुत सारी मुश्किलों को हल करने वाले हैं और इन्हें बनाने में बहुत सावधानी बरती गई है लेकिन यह सिर्फ अफवाह थी। नोट में पीछे की तरफ 15 भाषाओं में 2000 रुपये लिखा था जिसमें से किसी और भाषा को लोग हिंदी व उर्दू समझने की गलती कर रहे थे। बाद में आरबीआई ने खुद एक बयान जारी कर कहा कि नोट की वर्तनी में कोई गलती नहीं है और वे बिल्कुल सही हैं।

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3. सिर्फ ड्राई क्लीन किया जा सकता है

सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने लिखा कि 2000 के नए नोट को धोने पर उसमें से रंग निकल रहा है जो कि एक बड़ी गलती है। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हुए जिसमें लोग नोट को पानी से धोकर देख रहे थे कि नोट से रंग निकलता है या नहीं। हालांकि नोट पानी में रंग नहीं छोड़ता है लेकिन जब इसे एक खास तरीके से रगड़ा जाता है तो यह रंग छोड़ता है, जिसका कारण एक सिक्योरिटी फीचर है, जिसे इंटैगलियो प्रिंटिंग कहते हैं। बाद में आर्थिक मामलों के तत्कालीन सचिव शक्तिकांत दास ने यह कहते है हुए मामले को साफ कर दिया कि अगर नोट में से कोई रंग नहीं निकलता है तो वो नकली नोट हो सकता है।

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4. अब नमक भी होगा बंद

नोटबंदी के 3 दिन बाद 11 नवंबर को एक और अफवाह तेज़ी से फैली कि अब नमक की बिक्री भी बंद होने वाला है। इसके बाद राशन की दुकानों में नमक खरीदने वालों की भीड़ लग गई। कुछ दुकानदारों ने मौके का फायदा उठाया और नमक के एक पैकेट को 250 रुपये तक बेचा। कई जगहों से दुकानों में नमक की लूट पाट की ख़बरें भी आईं। एक ऐसा देश जो अपने यहां पैदा होने वाले नमक का सिर्फ 25 प्रतिशत ही इस्तेमाल कर पाता है और बाकी नमक निर्यात करता है, वहां इस तरह की अफवाह का फैलना और लोगों का इस पर विश्वास करना चौंकाने वाला था। इसके बाद 13 नवंबर को सरकार ने एक बयान में साफ किया कि नमक बंद होने की बात सिर्फ एक अफवाह है और नमक पर सरकार की तरफ से कोई रोक नहीं लगेगी।

5. 100 और 50 के नोटों का अगला नंबर

नोटबंदी के बाद ये बात भी सोशल मीडिया पर काफी चली कि अब 100 और 50 के पुराने नोटों को भी बंद किया जाएगा व 1000 का नया नोट कुछ महीनों में बाज़ार में आ जाएगा। कुछ लोगों ने ऐसा भी कहा कि अब लोगों ने 100 और 50 के नोटों को बचाकर रखना शुरू कर दिया है इसलिए ऐसा किया गया है। हालांकि इस बारे में भी वित्त मंत्रालय ने सफाई देते हुए कहा कि 100 और 50 रुपये के नोट नहीं बंद होंगे, इसलिए किसी को परेशान होने की ज़रूरत नहीं है।

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6. शादी के कार्ड पर डीसीपी के साइन

नोटबंदी ऐसे समय पर हुई जब भारत में शादियों का सीजन चल रहा था। जिनकी शादी नोटबंदी के बाद थी उनके सामने एकदम से मुसीबत खड़ी हो गई। पुराने नोट बंद हो गए थे और नए नोट बैंक से मिल नहीं रहे थे। इस समस्या का समाधान करने के लिए सरकार ने आदेश ज़ारी किया कि बैंक में शादी का कार्ड दिखाकर एक अकाउंट से 2.5 लाख रुपये निकाले जा सकते हैं लेकिन इससे जुड़ी एक अफवाह फैल गई। लोगों ने एक-दूसरे को बताना शुरू कर दिया कि शादी के लिए बैंक अकाउंट से 5 लाख रुपये निकाले जा सकते हैं लेकिन कार्ड पर डीसीपी के साइन कराने होंगे तभी ऐसा होगा। इसके बाद दिल्ली के डीसीपी ने ट्वीट कर बात साफ करते हुए कहा कि ऐसा कोई आदेश ज़ारी नहीं किया गया है।

7. नए नोट कुछ ही समय के लिए हैं

एक और अफवाह जिस पर ज़्यादातर लोगों ने भरोसा कर लिया वो ये थी कि कुछ दिनों में 2000 के नए नोट बंद हो जाएंगे। जल्द ही ये नोट बंद करके इनकी जगह पर फिर नए नोट आएंगे। इसके बाद वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि ऐसी कोई योजना नहीं है और हमें वर्तमान स्थिति को अत्यंत सावधानी से संभालना चाहिए व ऐसी अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। 5 अप्रैल 2016 को राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने स्पष्ट किया था कि सरकार का नए नोटों का विमुद्रीकरण करने का कोई इरादा नहीं है।

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8. सरकार तय करेगी घर में सोना रखने की सीमा

नोटबंदी के बाद ऐसी चर्चा थी कि अब घर में सोना रखने की भी सीमा तय होगी और किसी भी घर की महिला 500 ग्राम से ज़्यादा व पुरुष 250 ग्राम से ज़्यादा सोना घर में नहीं रख पाएगा। इसके अलावा बैंक के लॉकर में किसके पास कितना सोना है इसकी भी जानकारी सरकार को देनी होगी। हालांकि ये चर्चाएं भी कोरी अफवाहें थीं। वित्त मंत्रालय ने अफवाहों को नकारते हुए कहा कि सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है।

9. दिल्ली के शॉपिंग माल में लूट

एक ख़बर जिसके बारे में उस समय हर कोई चर्चा कर रहा था कि दिल्ली के एक शॉपिंग मॉल को लोगों ने लूट लिया क्योंकि लोगों के पास खाने का सामान ख़रीदने के लिए कैश नहीं था लेकिन ये बात अफवाह थी। जिस मॉल के बारे में बात की जा रही थी वह एक सेल्फ कैटेरिंग मॉल है जिसमें सदस्य बनाए जाते हैं और वे सदस्य अपने कार्ड से जो सामान ज़रूरत होता है उसे ले सकते हैं। हां नोटबंदी के बाद उस मॉल में कुछ शरारती तत्व घुस गए थे लेकिन वो कोई लूट नहीं थी। दिल्ली पुलिस ने इससे जुड़ा एक ट्वीट कर मामले को साफ किया था।

10. और इस अफवाह की हुई थी सबसे ज़्यादा चर्चा

जिस अफवाह के बारे में उस वक्त सबसे ज़्यादा चर्चा हुइ थी वो ये कि भारत के 2000 के नए नोट को यूनेस्को ने विश्व का सबसे अच्छा नोट घोषित किया है। इस बात को लेकर कई ट्वीट किए गए और फेसबुक पर इसे खूब शेयर किया गया।

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