VIDEO: सऊदी अरब में मिनी स्कर्ट पहनकर निकली लड़की, सोशल मीडिया पर बवाल
गाँव कनेक्शन 18 July 2017 2:05 PM GMT
लखनऊ। सऊदी अरब में अधिकारी एक महिला से पूछताछ कर रहे हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वो मिनी स्कर्ट और छोटा टॉप पहने नजर आ रही थीं। "ख़ुलूद" नाम की इस मॉडल ने ऐतिहासिक माने जाने वाले उशायकिर किले में घूमने का अपना वीडियो पोस्ट किया था।
सोशल मीडिया पर ये वीडियो चर्चा का विषय बन गया। बीबीसी हिंदी के अनुसार कुछ लोगों ने इसे रूढ़िवादी देश में ड्रेस कोड का उल्लंघन बताते हुए महिला की गिरफ्तारी की मांग की है। सऊदी अरब के कई लोग महिला के समर्थन में आए हैं और 'इस बहादुरी' के लिए उनकी प्रशंसा की है। सऊदी अरब में महिलाओं के लिए ये जरूरी है कि वो सार्वजनिक स्थानों पर ढीले-ढाले और पूरा तन ढंकने वाला अबाया पहनें और साथ ही अपना सिर भी ढंकें। उन्हें गाड़ी चलाने की मनाही है और उनके लिए अनजान पुरुषों से दूर रहना जरूरी है।
لو كانت اجنبية كان تغزلوا بجمال خصرها وفتنتة عيناها .. بس لانها سعودية يطلبوا محاكمتها ! #مطلوب_محاكمة_مودل_خلود
— فاطمة العيسى (@50BM_) July 16, 2017
pic.twitter.com/ttYqynySN2
बीते सप्ताह पहली बार इस वीडियो को स्नैपचैट पर शेयर किया गया था। इसमें राजधानी रियाद के उत्तर में मौजूद नाज प्रांत के ऐतिहासिक महत्व वाले उशायकिर क़िले की सुनसान गलियों में घूम रही हैं। माना जाता है नाज सऊदी अरब का सबसे रूढ़िवादी इलाका है। 18वीं सदी में इसी जगह पर सुन्नी वहाबी इस्लाम के प्रवर्तक पैदा हुए थे।
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सऊदी अरब में ट्विटर पर जल्द ही इस वीडियो को शेयर किया जाने लगा और इस पर लोग बंटे हुए नजर आए। जहां एक तबके का कहना था कि इसके लिए ख़ुलूद को सजा दी जानी चाहिए, एक अन्य तबके का कहना था कि वो जो पहनना चाहती हैं, उन्हें उसे पहनने की आजादी होनी चाहिए। पत्रकार ख़ालिद ज़िदान ने लिखा, "हया यानी धार्मिक पुलिस की वापसी होना जरूरी है।"
सऊदी के एक पत्रकार ने लड़की की फोटो को ब्लर कर के शेयर करते हुए उसकी तीखी आलोचना की और कहा कि यह सही नहीं।
#عاجل بفضل الله ثم بمتابعة مقام
— خالد الزيدان (@zidankkzidan) July 16, 2017
إمارة منطقة #الرياض صدرأمرقبض
ضعيفة النفس صاحبة السناب ومن قام بتصويرهاأثناء تجوالهاببلدة #أشيقر
التراثية2/1 pic.twitter.com/8suzF3tNEZ
एक अन्य व्यक्ति का कहना था, "हमें देश के क़ानून का सम्मान करना चाहिए। फ़्रांस में नक़ाब पर रोक है और वहां यदि महिलाएं नकाब पहनें तो उन पर जुर्माना लगाया जाता है। सऊदी अरब में कानून अबाया पहनने के लिए कहता है जो एक शालीन पोशाक है।" लेखक और चिंतक वेल अल-क़ासिम ने कहा, "मैं ग़ुस्से से भरे और ऐसे डरावने ट्वीट देख कर सदमे में हूं।" वो कहते हैं, "मुझे लगा कि शायद उन्होंने किसी पर बम गिरा दिया है या किसी की हत्या कर दी है, लेकिन ये मामला तो उनकी स्कर्ट का है जो उन्हें पसंद नहीं आया।"
मीडिया की खबरों के अनुसार वीडियो के सिलसिले में लड़की से पूछताछ भी हो रही है. पूरे प्रकरण पर वहां का सोशल मीडिया दो धड़ों में बंटा हुआ नज़र आ रहा है। एक तरफ वो लोग हैं जो लड़की की आलोचना कर रहे हैं और उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। दूसरी तरफ वो लोग हैं जो उसकी बहादुरी की प्रशंसा कर रहे हैं। फातिमा अल-इस्सा नाम की एक महिला ने इस वीडियो के समर्थन में लिखा, "अगर ये लड़की विदेशी होती तो अब तक उसकी कमर और आंखों के कसीदे पढ़े जाते पर चूंकि वो एक सऊदी है तो उसको गिरफ्तार करने की बातें हो रही हैं।"
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बीते साल लागू किए गए सुधार कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि उनकी गिरफ़्तारी से देश के विज़न- 2030 को सफलता मिलेगी।" 31 साल के सऊदी राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान ने बीते साल इन सुधार कार्यक्रमों को हरी झंडी दिखाई थी। कुछ लोगों ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप और उनकी बेटी इवांका से ख़ुलूद की तुलना की जिन्होंने अपनी सऊदी यात्रा के दौरान ना तो अबाया पहना और ना ही अपना सिर ढंका।
कई लोगों के अनुसार अगर ख़ुलूद विदेशी महिला होतीं को लोग उनकी सुंदरता की बातें करते, लेकिन वो सऊदी नागरिक हैं इसीलिए लोग उनकी गिरफ़्तारी की मांग कर रहे हैं। सोमवार को ओकाज़ अख़बार ने एक ख़बर छापी कि उशायकिर में अधिकारियों ने प्रांतीय गवर्नर और पुलिस को ख़ुलूद के ख़िलाफ़ कार्यवाई करने के लिए कहा है। देश की धार्मिक पुलिस 'कमेटी फ़ॉर प्रोमोशन ऑफ़ वर्ट्यू एंड प्रीवेंशन ऑफ़ वाइस' ने ट्विटर पर लिखा है कि उन्हें विवादित वीडियो की जानकारी है और वो संबंधित अधिकारियों से संपर्क में हैं।
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