आगरा: जिंदा जलाई गई लड़की की अस्पताल में मौत, चचेरे भाई ने की खुदकुशी
Ranvijay Singh 21 Dec 2018 7:29 AM GMT
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आगरा में 10वीं की छात्रा को मंगलवार को पेट्रोल डालकर सरेराह जला दिया गया था। इलाज के दौरान छात्रा ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में गुरुवार को दम तोड़ दिया। वहीं, छात्रा के चचेरे भाई जिसको पुलिस ने पूछताछ के लिए ले गई थी उसने भी जहर खाकर आत्महत्या कर ली है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
घटना आगरा के मलपुरा थाना क्षेत्र के गांव लालऊ की है। यहा हरेंद्र सिंह जाटव की बेटी संजलि (15) गांव से डेढ़ किमी दूर नौमील गांव में स्थित अशरफी देवी छिद्दा सिंह इंटर कॉलेज में पढ़ती थी। स्कूल की छुट्टी होने के बाद वो घर लौट रही थी। तभी आगरा जगनेर रोड पर हेलमेट पहने दो अज्ञात बाइक सवारों ने उसे रोका और उसपर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी और उसे पुलिया के नीचे खाई में ढकेल दिया। संजलि की चीख सुनकर वहां से गुजर रहे एक बस चालक ने आग बुझाई, लेकिन वो काफी हद तक जल चुकी थी।
छात्रा को आनन फानन में एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया, जहां से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया। सफदरजंग अस्पताल में ही लड़की की मौत हो गई। संजलि का शव गुरुवार की देर शाम गांव पहुंच, जहां पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
चचेरे भाई ने खाया जहर, अस्पताल में मौत
वहीं इस मामले में नया मोड़ तब आ गया जब छात्रा के चचेरे भाई योगेश ने जहर खाकर अत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि योगेश को पुलिस पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई थी। पूछताछ के बाद जब वो घर आया तो उसने जहर खा लिया। परिजनों ने उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उसे बचाया न जा सका।
अब इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है। भीम आर्मी के सदस्य मुआवजा और नौकरी की मांग कर रहे हैं। गुरुवार को जब लड़की का शव गांव पहुंचा तो भीम आर्मी के सदस्यों से पुलिस की झड़प भी हुई। वहीं, गुरुवार को विधानसभा में भी इस मामले पर हंगामा हुआ। विधानसभा में नियम 56 के तहत सपा व बसपा के सदस्यों ने छात्रा को पेट्रोल डालकर जलाने का मसला उठाया। इसका जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण हैं। पीड़िता ने अपने बयान में किसी का नाम नहीं लिया है। परिवार की ओर भी इशारा किया है। जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त ऐक्शन होगा।
इससे पहले बसपा के उमाशंकर सिंह ने कहा कि अपराधी छात्रा को पेट्रोल डालकर जला देते हैं। यह अराजकता और दुस्साहस का चरम है। छात्रा की मौत भी हो गई। इस मामले में ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए कि अपराधियों की रूह कांप जाए।
इस मामले पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने ट्वीट किया कि ''प्रदेश में एक घटना में छात्रा के साथ दुष्कर्म और दूसरी में पेट्रोल डालकर ज़िंदा जलाने की कोशिश दर्शाती है कि हमारे प्रदेश में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं। ऐसा दो ही वजह से हो सकता है या तो असामाजिक तत्वों को सरकार का डर नहीं है या फिर उन्हें सरकार का संरक्षण प्राप्त है।''
प्रदेश में एक घटना में छात्रा के साथ दुष्कर्म और दूसरी में पेट्रोल डालकर ज़िंदा जलाने की कोशिश दर्शाती है कि हमारे प्रदेश में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद है. ऐसा दो ही वजह से हो सकता है या तो असामाजिक तत्वों को सरकार का डर नहीं है या फिर उन्हें सरकार का संरक्षण प्राप्त है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 19, 2018
वहीं, कन्नौज की सांसद डिंपल यादव ने ट्वीट किया कि ''आगरा की संजली की जान बचायी न जा सकी।आज प्रदेश के हर माता-पिता की यही मांग है कि उसको जलाकर मारनेवालों को किसी भी हालत में छोड़ा न जाये, न ही कोई राजनीतिक बहाना बनाया जाये। बेहद दर्दनाक, दुखद, शर्मनाक, निंदनीय। आत्मिक संवेदना।''
आगरा की संजली की जान बचायी न जा सकी।आज प्रदेश के हर माता-पिता की यही माँग है कि उसको जलाकर मारनेवालों को किसी भी हालत में छोड़ा न जाये, न ही कोई राजनीतिक बहाना बनाया जाये।
— Dimple Yadav (@dimpleyadav) December 20, 2018
बेहद दर्दनाक, दुखद, शर्मनाक, निंदनीय।आत्मिक संवेदना।
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