लड़कियों को यौन शोषण के खिलाफ खुलकर बोलने की सीख दे रही है कोलकाता पुलिस

Anusha MishraAnusha Mishra   18 Oct 2017 3:23 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
लड़कियों को यौन शोषण के खिलाफ खुलकर बोलने की सीख दे रही है कोलकाता पुलिसप्रतीकात्मक तस्वीर

लखनऊ। हॉलीवुड अभिनेता हार्वे वेनिंस्टन पर लगे यौन शोषण के आरोपों से सोशल मीडिया पर #MeToo के साथ शुरू हुए आंदोलन का विश्वव्यापी असर हो रहा है। सिर्फ अमेरिका ही नहीं पूरी दुनिया की महिलाएं और पुरुष अपने साथ यौन शोषण की कहानियां फेसबुक व ट्विटर पर #MeToo के साथ लिख रहे हैं। भारत की महिलाएं भी इस हैशटैग के साथ अपने साथ हुए दुव्यर्वहार की घटनाओं के बारे में बता रही हैं। इसी कड़ी में कोलकाता पुलिस ने एक अनोखी पहल की शुरुआत की है। इस बारे में बताते हुए कोलकाता पुलिस ने #MeToo के साथ एक पोस्ट अपने फेसबुक पेज पर लिखी-

ये है फेसबुक पोस्ट

कल और आज हमें फेसबुक व ट्विटर पर #MeToo के साथ कई पोस्ट मिलीं, जिससे ये पता चलता है कि कितनी बड़ी संख्या में महिलाएं यौन शोषण का शिकार हुई हैं। हम कोलकाता पुलिस महिलाओं की इतनी संख्या से घबराए हुए हैं जिन्होंने #MeToo के साथ पोस्ट किए हैं और हम यह कहकर हमारी प्रतिज्ञा और प्रतिबद्धता दोहराते हैं कि हम आप में से हर एक को सुनते हैं।

यहां हमारे अधिकारी आपकी बता को धैर्य से सुनेंगे और आपकी शिकायत को दर्ज करेंगे। हम आपसे आग्रह करते हैं कि आप मज़बूत बनें, हम चाहते हैं कि आपमें गंदी नज़रों से देखने वालों के लिए, मज़ाक उड़ाने वालों के लिए, धमकियां देने वालों के लिए, शारीरिक और मौखिक रूप से प्रताड़ित करने वालों के लिए बहुत बहुत गुस्सा हो। हम आपसे कह रहे हैं कि कभी भी पुलिस के पास रिपोर्ट लिखवाने से डरें नहीं।

हमें ये भी लगता है कि यौन शोषण को रोकने के लिए लड़कों से बात करना भी बहुत ज़रूरी है, और इसके लिए हमने हाल ही में स्कूलों में 'डियर ब्वॉयज' नाम का एक प्रोजेक्ट शुरू किया है। हम अभी तक कोलकाता के 10 स्कूलों में जा चुके हैं और इसका दूसरा भाग मध्य नवंबर से शुरू होगा।

कोलकाता पुलिस के इस पोस्ट की खूब सराहना हो रही है। अभी तक 4,500 से ज़्यादा लोग इस पोस्ट को लाइक कर चुके हैं और लगभग 1250 लोग इसे शेयर कर चुके हैं।

       

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.