सोनिया गांधी फिर चुनी गईं कांग्रेस संसदीय दल की नेता, राहुल ने कहा- 52 सांसद देश के लिए भाजपा से इंच-इंच की लड़ाई लड़ेंगे
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी को शनिवार को एक बार फिर से कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुना गया। इससे पहले भी सोनिया यह भूमिका निभा रही थीं। संसद के केंद्रीय कक्ष में हुई कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया को नेता चुना गया।
गाँव कनेक्शन 1 Jun 2019 7:35 AM GMT
नई दिल्ली। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी को शनिवार को एक बार फिर से कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुना गया। इससे पहले भी सोनिया यह भूमिका निभा रही थीं। संसद के केंद्रीय कक्ष में हुई कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया को नेता चुना गया।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक नेता चुने जाने के बाद सोनिया ने देश के उन 12.13 करोड़ मतदाताओं का आभार प्रकट किया जिन्होंने इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया।
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सोनिया गांधी के नेता चुने जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, कांग्रेस संसदीय दल की नेता चुने जाने पर सोनिया गांधी जी को बधाई। उनके नेतृत्व में कांग्रेस एक मजबूत और प्रभावी विपक्षी पार्टी साबित होगी जो भारत के संविधान की रक्षा के लिए लड़ेगी।
Congratulations to Smt Sonia Gandhi on being elected Leader of the Congress Parliamentary Party. Under her leadership, the Congress will prove to be a strong & effective opposition party, that will fight to defend the Constitution of India. pic.twitter.com/iUcdB51tHE
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 1, 2019
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस सांसदों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा है कि हमें आक्रामक बने रहना है। हम 52 सांसद निर्वाचित होकर आए हैं और हम सभी 52 सांसद देश के लिए भाजपा से इंच-इंच की लड़ाई लड़ेंगे।
बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी के हर कार्यकर्ता को यह याद रखना चाहिए कि वह संविधान एवं देश के हर नागरिक के लिए लड़ रहा है। आप देश के हर व्यक्ति के लिए लड़ रहे हैं चाहे वह किसी भी रंग या आस्था का हो। कांग्रेस अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव में मेहनत के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट किया।
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बीते 25 मई को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की थी। कांग्रेस कार्यसमिति पहले ही उनके इस्तीफे की पेशकश खारिज कर चुकी है और सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर उन्हें पार्टी के हर स्तर पर ढांचागत बदलाव लाने के लिए अधिकृत किया गया है। पेशकश करने के बाद गांधी पहली बार पार्टी की किसी बैठक में शामिल हुए हैं। (इनपुट भाषा)
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