मायावती को पीएम बनाने पर अखिलेश ने कहा- मैं भी चाहता हूं, प्रधानमंत्री यूपी से ही हो

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मायावती को पीएम बनाने पर अखिलेश ने कहा- मैं भी चाहता हूं, प्रधानमंत्री यूपी से ही हो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के प्रेस वार्ता शुरू हो चुकी है। पत्रकारों को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि हमारे गठबंधन से कल्याणकारी रास्ते खुलें और कल का भविष्य उज्जवल होगा। बीजेपी के तानाशही रवैये से लोग परेशान हैं। मोदी सरकार ने वादा खिलाफी की। हम जन विरोधी पार्टी को सत्ता में आने से रोकेंगे।

मायावती ने आगे कहा कि ये प्रेस कॉन्फ्रेंस नरेंद्र मोदी और अमित शाह की नींद उड़ाने वाली है। कांग्रेस के शासन में ही भ्रष्टाचार और गरीबी बढ़ी, बीजेपी-कांग्रेस की कार्यशैली करीब-करीब एक जैसी है। राफेल घोटाले पर बीजेपी को सरकार गंवानी पड़ेगी। नोटबंदी और जीएसटी का फैसला बिना सोचे समझे किया गया जिसका नुकसान आम लोगों को उठाना पड़ा।

मायावती ने बुके देकर अखिलेश यादव का स्वागत किया

मायावती ने कांग्रेस पर बोला कि भाजपा और कांग्रेस में कोई फर्क नहीं है। दोनों एक जैसी पार्टी ही हैं। कांग्रेस से गठबंधन का कोई फायदा नहीं क्योंकि उनका वोट हमें ट्रांसफर नहीं होता जबकि एसपी-बीएसपी का वोट एक दूसरे को ट्रांसफर होता है। 1975 में कांग्रेस की घोषित इमेरजेंसी थी तो आज बीजेपी राज में अघोषित इमरजेंसी है। सर्वसमाज को आदर देते हुए हम चुनावी गठबंधन कर रहे हैं। 2019 के लिए यह नई राजनीतिक क्रांति होगी।

मायावती ने कहा कि बसपा, सपा 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दो सीटें यानी अमेठी और रायबरेली को उन्होंने कांग्रेस के लिए छोड़ दिया है तो वहीं बाकी 2 सीटों को अन्य साथियों के लिए छोड़ दिया गया है। मायावती ने यह भी कहा कि हम 2022 का विधानसभा चुनाव भी एक साथ लड़ेंगे।

सपा-बसपा प्रेस वार्ता से पहले समर्थकों का हुजूम भी देखने को मिला

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने गठबंधन पर मायावती और उनकी पार्टी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा भाजपा की सरकार ने गरीबों और किसानों पर अत्याचार किया है। भगवान राम और कृष्ण पर राजनीति की। भाजपा नफरत की राजनीति कर रही है। नफरत फैला रही है। भाजपा की केंद्र सरकार जाति पर राजनीति कर रही है।

दलित, युवाओं और पिछड़ों पर भाजपा सरकार में जितना अत्याचार हुआ है उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। उत्तर प्रदेश में बेकसूर लोगों का इनकाउंटर किया जा रहा। थाने में रिपोर्ट लिखने से पहले जाति पूछी जा रही है। अपनी नाकामियों और विफलताओं को छिपाने के लिए भाजपा दूसरों मुद्दों पर लोगों का ध्यान भटका रही है। करोड़ों लोग भूखे सो रहे हैं। युवा और किसान आत्महत्या कर रहे हैं।

प्रेस वार्ता को संबोधित करने अखिलेश यादव और मायावती

अखिलेश ने आगे कहा कि मेरी आवाज अगर भाजपा तक पहुंच रही है तो वे जान लें कि उनके अत्याचारों को खत्म करने के लिए आगामी लोकसभा में सपा और बसपा मिलकर एकसाथ चुनाव लड़ेगी। कार्यकर्ता और पदाधिकारी तैयार हो जाएं।

भाजपा दंगा फसाद करवा सकती है, हमें संयम और धैर्य से काम लेना है। हमें भाजपा की हर साजिश को नाकाम करना है। अब भाजपा की अत्याचारी सरकार का विनाश निश्चित है। प्रेस वार्ता के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान मायावती को पीएम बनाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने हमेशा प्रधानमंत्री दिया है। मैं चाहूंगा कि इस बार भी पीएम उत्तर प्रदेश का ही हो।

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