मोदी जी, भगोड़ों को देते हैं नोट और किसानों को देते हैं लाठी की चोट- कांग्रेस

चार साल में बड़े उद्योगपतियों के 3.17 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया तो 62 करोड़ लोगों का कर्ज माफ क्यों नहीं किया जा सकता ?'' कांग्रेस

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मोदी जी, भगोड़ों को देते हैं नोट और किसानों को देते हैं लाठी की चोट- कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस ने दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर किसानों पर बल प्रयोग को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने मोदी को 'चैंपियन ऑफ अर्थ' का पुरस्कार दिया है, लेकिन किसानों पर लाठी चलवाकर वह 'चैंपियन ऑफ अनर्थ' साबित हुए हैं।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, "ऐसा लगता है कि देश की मोदी सरकार किसान मुक्त भारत का निर्माण करने में जुटी है। मोदी जी चैंपियन ऑफ अनर्थ साबित हुए हैं, जो धरती पुत्र को मारे वह धरती का चैंपियन नहीं नहीं हो सकता।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संयुक्त राष्ट्र ने अपना सर्वोच्च पर्यावरण सम्मान 'चैंपियन ऑफ द अर्थ' प्रदान किया है। उन्होंने कहा, 'मोदी जी, भगोड़ों को देते हैं नोट और किसानों को देते हैं लाठी की चोट। अब तो देश के हर कोने से यही स्वर सुनाई देता है-नरेंद्र मोदी, किसान विरोधी।' सुरजेवाला ने कहा, 'मोदी सरकार में कई बार किसानों पर लाठियां और गोलियां चलाईं गई हैं। अब तो यह रोजाना की बात हो गई है।' सुरजेवाला ने कहा, 'किसानों को एक बार फिर झूठे वादों को टोकरी पकड़ा दी गई। यह सरकार कब तक किसानों को ठगेगी? प्रधानमंत्री जी जवाब दें।'

उन्होंने सवाल किया, 'एमएसपी का वादा जुमला क्यों बन गया? जब चार साल में बड़े उद्योगपतियों के 3.17 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया तो 62 करोड़ लोगों का कर्ज माफ क्यों नहीं किया जा सकता ?'' कांग्रेस नेता ने पूछा, यूरिया और खाद की कीमतें बढ़ाकर किसानों पर अत्याचार क्यों? डीजल की कीमत लगातार बढ़कर किसान की कमर क्यों तोड़ रहे हैं?''

2 अक्टूबर दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे किसान क्रांति यात्रा में शामिल किसानों पर यूपी गेट पर पुलिस लाठीचार्ज और आसू गैंस, रबड़ के गोले छोड़े थे, जिसमें 100 से ज्यादा किसान जख्मी हुए थे। किसान संपूर्ण कर्ज़माफी, एमएसुपी पर कानून, 10 साल पुराने ट्रैक्टर को चलाने की अनुमित समेत करीब एक दर्जन से ज्यादा मांगों को लेकर दिल्ली पहुंचे थे। मंगलवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय किसान यूनियन के नेताओं के बीच बातचीत के बाद कुछ मुद्दों पर सहमति बनी। देर रात किसान यूनियन की अगुवाई में यूपी गेट पर जमे किसानों को दिल्ली में प्रवेश में अनुमति मिली, जिसके बाद किसान घाट पहुंचक कर किसानों ने अपनी यात्रा समाप्त कर दी।

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बीकेयू के नेताओं ने कहा कि किसान अपनी बात सरकार तक पहुंचाने में कामयाब रहे। बुधवार को गांव कनेक्शन से खास बातचीत में नरेश टिकैत के सलाहकार यदुवीर सिंह ने बताया कि सरकार ने कई मांगे मानी हैं। इसमें दस साल पुराने ट्रैक्टर को एनजीटी के बाहर करने आश्वासन शामिल है। इसके साथ ही तीन फसल खरीद जारी रखने, और एसएसपी के नीचे खरीद न होने की बात पर सरकार ने आश्वासन दिया है। जो बातें सीधे फाइनेंस से जुड़ी नहीं थी वो मानने का आश्वासन दिया गया है।"

वहीं सोशल मीडिया में अहिंसा के पुजारी की १५० वीं जयंती पर किसानों पर हुए लाठीचार्ज की लगातार निंदा हो रही है। भाषा इनपुट के साथ

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