कोवैक्सीन को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार की शंकाओं पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का जवाब, कहा - दोनों वैक्सीन सुरक्षित
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिख कर राज्य में कोवैक्सीन की खेप न भेजे की अपील की थी।
गाँव कनेक्शन 12 Feb 2021 2:35 PM GMT
कोवैक्सीन के इस्तेमाल पर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री की तरफ़ से जताई गई शंकाओं पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने जवाब दिया है। पढ़िए, छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव की शंकाएं और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के जवाब।
शंका: कोवैक्सीन के तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल अभी तक पूरे नहीं हुए हैं जो इस वैक्सीन के उपयोग को लेकर संकोच पैदा करता है। छत्तीसगढ़ में कोवैक्सीन की भेजी गई डोज़ का इस्तेमाल नहीं किया गया है। ऐसे में वैक्सीन की बर्बादी से बचा जाए और छत्तीसगढ़ में कोवैक्सीन न भेजी जाए।
जवाब: दोनों वैक्सीन सुरक्षित हैं।
Is it really befitting of a state's Health Minister Sh @TS_SinghDeo Ji to stoke inhibitions regarding efficacy of #COVID19Vaccine?
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) February 11, 2021
In such unprecedented times, you should help address any vaccine hesitancy & do what's in best interest of people, not further vested interests ! pic.twitter.com/sag1wy0q2T
शंका: कोवैक्सीन की शीशी पर एक्सपायरी डेट नहीं लिखी है। बिना एक्सपायरी डेट इस वैक्सीन का कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?
जवाब: कोवैक्सीन की शीशी में एक्सपायरी डेट न लिखे की बात पूरी तरह निराधार है क्योंकि हर वैक्सीन पर एक्सपायरी डेट का लेबल चस्पा किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 69.87 फीसदी स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगा दिया गया है और अभी तक राज्य अपने 2,09,512 फ्रंट लाइन वर्कर्स में से सिर्फ 9.55 फीसदी ही कवर कर पाया है। इस कवरेज में काफी सुधार की आवश्यकता है।
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