प्लास्टिक के खिलाफ तमिलनाडु सरकार की अनोखी पहल, होटल से खाना लेने पर मिलेगा डिस्काउंट

तमिलनाडु सरकार ने भोजन की पैकिंग के लिए प्लास्टिक के डिब्बों का इस्तेमाल नहीं करने और ग्राहकों को प्रेरित करने के लिए अपना बर्तन लेकर आने वाले लोगों को छूट देने की घोषणा की है

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प्लास्टिक के खिलाफ तमिलनाडु सरकार की अनोखी पहल, होटल से खाना लेने पर मिलेगा डिस्काउंट

लखनऊ। प्लास्टिक के प्रयोग को कम करने के लिए तमिलनाडु सरकार ने एक बहुत अच्छी पहल की है। अब आप अगर प्रदेश सरकार की ये बात मानेंगे तो होटल से खाना खरीदने पर आपको छूट मिल सकती है।

तमिलनाडु सरकार ने भोजन की पैकिंग के लिए प्लास्टिक के डिब्बों का इस्तेमाल नहीं करने और ग्राहकों को प्रेरित करने के लिए अपना बर्तन लेकर आने वाले लोगों को छूट देने की घोषणा की है। राज्य सरकार के अगले साल एक जनवरी से प्लास्टिक की चीजों पर पाबंदी लगाने की घोषणा के मद्देनजर होटल उद्योग ने यह कदम उठाया है।

चेन्नई होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष् एम रवि ने बताया कि इस कदम का उद्देश्य भोजन ले जाने के लिए उन्हें बर्तन लेकर आने के लिए प्रेरित करना है। हाल ही में एक प्रस्ताव पारित कर बर्तन लेकर आने वाले ग्राहकों को बिल पर पांच फीसदी रियायत देने की पेशकश की गई।

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दुनियाभर में पिछले सात दशकों में प्लास्टिक के उत्पादन में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान तकरीबन 8.3 अरब मीट्रिक टन प्लास्टिक का उत्पादन किया गया।

इसमें से लगभग 6.3 अरब टन प्लास्टिक कचरे का ढेर बन चुका है, यह और बात है कि इसमें से केवल 9 फीसदी हिस्से को ही अभी तक रिसाइकिल किया जा सका है। यदि भारत के संदर्भ में बात करें तो यहाँ हर साल तकरीबन 56 लाख टन प्लास्टिक कचरे का उत्पादन होता है। जिसमें से लगभग 9205 टन प्लास्टिक को रिसाइकिल किया जाता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, देश के चार महानगरों, दिल्ली में रोज़ाना 690 टन, चेन्नई में 429 टन, कोलकाता में 426 टन और मुंबई में 408 टन प्लास्टिक कचरा फेंका जाता है।

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द गार्जियन में हाल में छपे एक लेख के मुताबिक, दुनिया भर में प्रत्येक मिनट लाखों प्लास्टिक की बोतलें खरीदी जाती हैं। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) 2014 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल उपभोक्ता वस्तुओं के क्षेत्र में प्लास्टिक उपयोग की कुल लागत 75 अरब डॉलर है।

(भाषा से इनपुट के साथ)


    

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