छह राज्यों में रक्तदान कर चुका है यह शख्स, बचाई 240 लोगों की जान

बलिया निवासी राजीव मिश्रा ने रक्तदान को बनाया जीवन का लक्ष्य, 15 साल से खून देकर बचा रहे असहाय लोगों की जान

Chandrakant MishraChandrakant Mishra   12 April 2019 7:48 AM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
छह राज्यों में रक्तदान कर चुका है यह शख्स, बचाई 240 लोगों की जान

लखनऊ। " मैं चाहता हूं कि मेरा खून पूरे देश के काम आए। किसी असहाय या गरीब की जान खून की कमी से न हो।" ये कहना है उत्तर प्रदेश के बलिया निवासी राजीव मिश्रा (42वर्ष) का, जो देश के छह राज्यों में 60 बार रक्तदान कर 240 लोगों की जान बचा चुके हैं।

' वर्ष 2002 में मेरे बड़े भाई की मौत मेरे आंखों के सामने हो गई। भाई की मौत ने मुझे झंकझोर कर रख दिया। उसी दिन मैंने कसम खाई कि मेरा पूरा जीवन दूसरों की मदद के लिए ही होगा। तभी से मेरे रक्तदान करने का जुनून पैदा हो गया। " राजीव मिश्रा ने बताया।

ये भी पढ़ें: 140 देशों पर जारी रिपोर्ट में दावा, कुपोषण की जद में भारत, 51% महिलाओं में खून की कमी


राजीव ने बताया, " हर साल हजारों लोगों की मौत खून की कमी से हो जाती है। मैं चाहता हूं कि मेरा खून देश के काम आए। लोगों के अंदर एक भ्रम और डर बना हुआ है कि रक्तदान करने से कमजोरी आ जाती है। रक्तदान करने से शरीर स्वस्थ रहता है। यह संदेश मैं सभी लोगों को देता हूं। मैं पिछले 15 वर्ष से लगातार रक्तदान कर रहा हूं। अभी तक मैं 60 बार से ज्यादा रक्तदान कर चुका हूं। मेरा मानना है कि हर व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए। "

जाति-धर्म से ऊपर उठकर इंसानियत में यकीन रखने वाले राजीव रक्तदान करते वक्त उस व्यक्ति की जाति या धर्म नहीं पूछते हैं। राजीव ने अभी तक सिर्फ एक बार अपने जानने वाले को रक्त दिया है, बाकि हर बार उनका खून अंजान लोगों के हीम काम आया है।

ये भी पढ़ें: तमाम मुद्दों के बीच ये भी जानिए, देश के 38.4 % बच्चे कुपोषित, 51.4 फीसदी महिलाओं में खून की कमी


राजीव ने आगे बताया, " मैंने तमाम ऐसे लोगों की जान बचाई है जिनसे मेरी कोई जान पहचान नहीं थी। लावारिश लोगों को खून देने के बाद उनकी जान बचने की खबर मुझे काफी शुकून देती है। मेरा आत्मविश्वास और बढ़ जाता है। मुझे नहीं मालूम कि मैं रक्तदान किसके के लिए कर रहा हूं, यह जानता हूं कि मेरा खून किसी इंसान के काम आएगा।"

ये भी पढ़ें:World Blood Donor Day: आप रक्तदान कर रहे हैं फिर भी खून की कमी झेल रहे हैं, आखिर क्यों?

बेली ब्लड बैंक, प्रयागराज के हेड डॉक्टर उत्तम सिंह यादव का कहना है," रक्तदान महादान है। इसे जीवनदान के बराबर माना जाता है। रक्तदान न केवल अन्य व्यक्ति के जीवन को बचाता है, बल्कि यह रक्त देने वाले को स्वस्थ बनने में भी मदद करता है, इसलिए यह दोनों के लिए फायदेमंद है। एक यूनिट ब्लड चार लोगों की जान बचा सकता है। रक्तदान एक जीवन देने वाली गतिविधि है जो किसी व्यक्ति के जीवन को बचा सकती है, इसलिए सभी स्वस्थ पुरुष और महिला को रक्तदान करना चाहिए।" ।


राजीव का उददेश्य पूरे देश के 28 राज्यों में रक्तदान करना है। राजीव ने बताया, " मैं चाहता हूं कि मेरा खून पूरे देश के काम आए। अभी तक मैं यूपी, मध्यप्रदेश, उड़ीस, छत्तीसगढ़, दिल्ली और तेलंगाना में रक्तदान कर चुका हूं। बाकी 22 राज्यों में भी रक्तदान करने की इच्छा है। मैं नेपाल में जाकर रक्तदान कर चुका हूं, जिसके लिए मुझे इंटरनेशनल ब्लड डोनर से सम्मानित किया गया है।"

राजीव यूथ फॉर ब्लड डोनेशन नाम की संस्था बनाए हैं, जिसमें करीब 200 लोग जुड़े हैं। इस संस्था में छात्र, डॉक्टर, एडवोकेट और समाजसेवी जुड़े हुए हैं। जिस किसी को ब्लड की जरुरत होती है वे राजीव से संपर्क करते हैं। राजीव इस संदेश को लोगों तक पहुंचा देते हैं और जो रक्तदान करने का इच्छुक होता है वह जरुरतमंद को खून दे देता है।

ये भी पढ़ें:शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए लें ये आहार


    

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.