बस्तर: बच्चों को पढ़ाने का अनोखा तरीका, लाउडस्पीकर के जरिए घर बैठे हो रही पढ़ाई

पढ़ाई की इस खास पहल में बच्चों के साथ ही उनके अभिभावक भी पूरा सहयोग कर रहे हैं। लाउडस्पीकर की आवाज आते ही सभी अपने बच्चों को पढ़ने के लिए बैठा देते हैं और खुद भी समझते हैं।

Tameshwar SinhaTameshwar Sinha   13 July 2020 2:37 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo

बस्तर (छत्तीसगढ़)। लॉकडाउन में ऑनलाइन पढ़ाई शिक्षा का एक महत्वपूर्ण जरिया बनकर उभरी है, लेकिन सभी के पास मोबाइल न होने से परेशानी भी हो रही है। ऐसे में बच्चों को पढ़ाने के लिए इस ग्राम पंचायत में नई तरकीब निकाली गई है।

छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले की भाटपाल पंचायत शायद देश की पहली ऐसी पंचायत होगी, जहां बच्चे लॉउडस्पीकर की मदद से घर बैठे शिक्षा हासिल कर रहे हैं। अनलॉक- 2 में भी सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान बंद हैं। ऐसे में भाटपाल पंचायत के सरपंच और पंचायत सदस्यों ने प्रशासन की मदद से आठ मोहल्लों में लाउड स्पीकर लगवाए, बच्चे लाउड स्पीकर की आवाज सुनकर घर के बाहर निकलते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पढ़ाई शुरू कर देते हैं, भाटपाल पंचायत का ये प्रयोग एक मिसाल बन गया है। जिसे खूब तारीफ मिली है, जिले की कई और पंचायते भी इस प्रयोग को अपना रही हैं।

सरपंच रयो कश्यप बताते हैं, "इस नई व्यवस्था से गांव के सारे लोग जुड़ रहे हैं। शुरुआत में लोगों के समझ में नहीं आया लेकिन अब वे लाउडस्पीकर पर कक्षा शुरू होने का इंतजार करने लगे हैं। जैसे ही लाउडस्पीकर में आवाज आती है, बच्चे पढ़ने बैठ जाते हैं।" इस मुहिम में ग्रामीण भी पूरी मदद कर रहे हैं गाँव के सचिव रूप सिंह बघेल और शिक्षक लखन कश्यप तो बच्चों को पेन कॉपी भी लाकर दे रहे हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई जारी रहे।


बच्चों के अनुसार, काफी समय से स्कूल बंद है और ऐसी स्थिति में पढ़ाई में मुश्किलें आनी लगी थीं। पर, अब उनको पढ़ाई के साथ-साथ अन्य बातों का ज्ञान भी हो रहा है, क्योंकि लाउडस्पीकर से न केवल सब्जेक्ट से जुड़ी बातें सिखाई जा रही हैं बल्कि अन्य सामाजिक ज्ञान भी दिया जा रहा है। इससे अंदरूनी इलाकों के बच्चों का मानसिक विकास भी हो रहा है। लाउडस्पीकर के चालू होते ही बच्चे तो उत्साहित होकर पढ़ने बैठते ही हैं, साथ ही बच्चों के अभिभावक भी उत्साह से लाउडस्पीकर की बातों को सुनते और सीखते हैं।

गाँव के अर्जुन कश्यप कहते हैं, "हमारे समय में इंग्लिश मीडियम स्कूल नहीं हुआ करते थे, तो हमें इंग्लिश नहीं आती थी। लेकिन जब से पंचायत में लाउडस्पीकर से पढ़ाई शुरू हुई है, तब से हमको भी इंग्लिश के शब्द समझ में आने लगे हैं।" साथ ही बच्चे तो पढ़ाई कर सीख ही रहे हैं पर इस नए तरीके से पढ़ाई के शुरू होने की वजह से अभिभावकों में भी खुशी है।

कोरोना संकट काल के बीच बस्तर के भाटपाल पंचायत का यह प्रयोग अपने आप मे मिसाल साबित हो रहा है। जिला प्रशासन ने तो जिले के अन्य पंचायतों में भी इस तरीके से पढ़ाई की शुरुआत कर दी है। प्रदेश सरकार भी कोरोना संकट को देखते हुए लाउडस्पीकर से पढ़ाई के इस नए तरीके को प्रदेश के अन्य जगहों पर भी लागू करने की तैयारी कर रही है।

ये भी पढ़ें: यूपी: 'कामकाज बंद पड़ा है, बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए बड़ा मोबाइल कहां से खरीदूं'

ये भी पढ़ें: मध्य प्रदेश: घरों में शुरू हुई सरकारी स्कूल के बच्चों की पढ़ाई, शिक्षक और अभिभावक कर रहे मदद


     

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.