यूपी में यूरिया की किल्लत – कृषि विभाग का 3,119 उर्वरक केन्द्रों पर छापा, 158 दुकानदारों के लाइसेंस निलंबित

उत्तर प्रदेश में यूरिया की किल्लत पर हाल में कृषि मंत्री ने किसानों को प्रदेश में पर्याप्त यूरिया का स्टॉक होने का दिया था आश्वासन, जमाखोरों के खिलाफ कारवाई के दिए थे संकेत

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यूपी में यूरिया की किल्लत – कृषि विभाग का 3,119 उर्वरक केन्द्रों पर छापा, 158 दुकानदारों के लाइसेंस निलंबितउत्तर प्रदेश के कई जिलों में इन दिनों यूरिया की किल्लत से साधन सहकारी समितियों के बाहर किसानों की लग रही लम्बी लाइन । फोटो : गाँव कनेक्शन

यूरिया को लेकर उत्तर प्रदेश के साधन सहकारी समिति के केन्द्रों पर किसानों के बीच चल रही मारामारी के बीच कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के निर्देश पर गुरुवार 21 अगस्त को कई जिलों में छापेमारी की गई। कृषि विभाग की इस बड़ी कारवाई में 3119 उर्वरक केन्द्रों पर छापे मारे गए, इनमें 158 दुकानदारों के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए, जबकि 15 दुकानदारों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए।

कृषि मंत्री के निर्देश पर उर्वरक की जमाखोरी और कालाबाजारी के खिलाफ कृषि विभाग की ओर से 18 जोन में दो दिवसीय निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इन 3119 उर्वरक केन्द्रों पर छापे मारकर 653 नमूने एकत्र किये गए हैं, जबकि 247 उर्वरक विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

इसके अलावा इस कारवाई में 94 उर्वरक दुकानदारों को चेतावनी दी गयी और 15 उर्वरक प्रतिष्ठानों पर बिक्री प्रतिबंधित करने के साथ ही 06 प्रतिष्ठान सील कर दिए गए हैं। साथ ही 02 उर्वरक दुकानदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं, वहीं यूरिया के साथ टैगिंग करने के आरोप में 07 लोगों के विरूद्ध कार्यवाही की गई है।

इस पूरे अभियान के बारे में प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया, "प्रदेश में उर्वरक की जमाखोरी और कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए 18 जोन में यह अभियान चलाया गया है। अपर निदेशक एवं संयुक्त निदेशक स्तर के 19 अधिकारियों को भी 02-02 जनपद आवंटित करते हुए अपने-अपने जनपदों में औचक निरीक्षण के निर्देश दिये गये हैं, जो जनपदों में उर्वरक के थोक और फुटकर विक्रेताओं, एजेंसियों एवं साधन सहकारी समितियों का निरीक्षण करेंगे।"

कृषि मंत्री ने कहा, "प्रदेश में यूरिया उर्वरक की कहीं कोई कमी नहीं है और किसान अपनी जरूरत के अनुसार ही उर्वरक का क्रय करें। प्रदेश में यूरिया और उर्वरक की कहीं कोई कमी नहीं है। किसान अपनी जरूरत के अनुसार ही उर्वरकों का क्रय करें। उन्हें उर्वरकों का भण्डार करने की कोई आवश्यकता नहीं है। प्रदेश में यूरिया का पर्याप्त स्टाक उपलब्ध है और निरन्तर आपूर्ति सुनिश्चित करायी जा रही है। प्रदेश सरकार किसानों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा नहीं होने देगी।"

कृषि मंत्री ने बताया, "सहकारिता क्षेत्र में 2.00 लाख मीट्रिक टन यूरिया उर्वरक का स्टाक उपलब्ध है, जिन जनपदों में यूरिया उर्वरक की मांग बढी हुई है, वहां पर 50 प्रतिशत तक यूरिया का अवमुक्त करते हुए साधन सहकारी समितियों पर भेजकर कृषकों को उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गये हैं।" उन्होंने बताया कि यह भी निर्णय लिया गया है कि सहकारिता, यूपी स्टेट एग्रो, गन्ना संघ के अतिरिक्त अन्य संस्थाओं व उद्यान, एग्रीजंक्शन, आईएफएफडीसी एवं इफको ई-बाजार को भी इफको और कृभको की यूरिया उर्वरक उपलब्ध कराई जाये।

इसके अलावा कृषि मंत्री ने बाराबंकी, बस्ती, अयोध्या जिलों की व्यक्तिगत रूप से समीक्षा की और सीतापुर, सोनभद्र और वाराणसी के जिलाधिकारी से दूरभाष पर वार्ता कर उन्हें जनपद में किसानों की उर्वरक समस्याओं के निराकरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि वास्तविक उपभोक्ताओं की पहचान कर उन्हें उनकी जोत के आधार पर उर्वरक उपलब्ध करायी जाये।

इससे पहले पत्रकारों से बातचीत में कृषि मंत्री ने अधिकारियों को उर्वरकों की कैशलेस बिक्री कराने के लिए क्यूआर कोड की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए थे। कृषकों को उर्वरकों की बिक्री उनकी जोत-बही में अंकित कृषित भूमि एवं फसलवार संस्तुत मात्रा के अनुसार ही उर्वरक उपलब्ध कराये जाये, ताकि महंगे उर्वरको का असंतुलित प्रयोग एवं कृषि के अतिरिक्त अन्य कार्यो में दुरूपयोग को नियंत्रित किया जा सके।

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