बच्चों के माध्यम से होगी अध्यापकों की रेटिंग

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लखनऊ। शैक्षिक सत्र 2019-20 में यूपी के प्राइमरी स्कूलों में 1.80 करोड़ बच्चों का नामांकन कराया जाएगा। इसके लिए स्कूल चलो अभियान की शुरुआत की गई है।

एक जुलाई को स्कूल खुलते ही सरकारी प्राइमरी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने और शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के प्रयास तेज हो गए हैं। जिसमें गाँव-गाँव नामांकन रथ पहुंच कर अधिक से अधिक बच्चों का स्कूलों में दाखिला करवाने का अभियान छेड़ेंगे।

वर्ष 2019-20 को शिक्षा का उन्नयन वर्ष मनाने के साथ ही एक प्रयास किया जाएगा कि छात्रों के माध्यम से अध्यापकों की रेटिंग भी होगी। इसी के साथ, प्रदेश में 10,000 अंग्रेजी मीडियम स्कूल भी खोले जाएंगे।

लखनऊ में स्कूल चलो अभियान की शुरुआत करते हुए यूपी की शिक्षा राज्य मंत्री अनुपमा जायसवाल ने कहा, "प्राइमरी में फर्नीचर देने के साथ ही जूनियर स्कूलों में अब फर्नीचर देने का काम करेंगे।" आगे शिक्षकों को सलाह देते हुए कहा, "किताब पर एक कोड छपा रहता है, शिक्षक चाहें तो विषय से संबंधित अन्य जानकारी अपने ऐंड्रायड फोन से डाउनलोड भी कर सकते हैं।


शिक्षा राज्य मंत्री अनुपमा जायसवाल ने एक शिक्षक के तौर पर अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा, "शिक्षक बेहतर निकलने की होड़ में जरूर देखें कि छात्रों का मौलिक गुण कहीं खो न जाए।"

शैक्षिक सत्र 2018-19 में उत्तर प्रदेश के 50 प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के दाखिले उससे पहले के वर्ष से कम हुए थे, जिसे विभाग इस बार बढ़ाने के लिए पूरी ताकत झोंक देना चाहता है।

उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता सुधारते हुए उनमें बच्चों को अच्छी शिक्षा और पढ़ने के लिए आकर्षित करने के लिए उठाए जाने वाले प्रयासें के बारे में जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार ने कहा, "स्कूलों में बच्चों को दैनिक समाचार पत्रों को पढ़ कर सुनाने और पीटी (शारीरिक अभ्यास) का पीरियड सुनिश्चित कराने को कहा गया है।"

रेणुका कुमार ने कहा, "जिन बच्चों की 100 प्रतिशत उपस्थिति होगी उन्हें सम्मानित करने के साथ-साथ स्कूल को साफ सुथरा रखने के लिए हर हर जिले से 11 अध्यापकों को सम्मानित किया जाएगा।"

  

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