यूपी: सीतापुर में गैस रिसाव से 7 लोगों की मौत, एक ही परिवार के पांच लोगों की गई जान

Mohit ShuklaMohit Shukla   6 Feb 2020 11:21 AM GMT

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उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में जहरीली गैस के रिसाव की वजह से 7 लोगों की मौत हो गई। जिलाध‍िकारी अखिलेश तिवारी ने बताया है कि ''एक टैंकर से कुछ केमिकल बहाया गया, इसकी वजह से यह हादसा हुआ है।'' इस मामले में 'दी बालाजी रसायन उद्योग' के मालिक सुकेश गुप्‍ता के खिलाफ केस दर्ज हुआ है और पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।

यह मामला सीतापुर के बिसवां इलाके के जलालपुर गांव का है। यहां की दरी फैक्‍ट्री में काम करने वाले लोगों की मौत हुई है। इस फैक्‍ट्री के पास ही एक केमिकल फैक्‍ट्री मौजूद है, जिसका नाम - 'दी बालाजी रसायन उद्योग' है। ऐसी आशंका है कि इसी केमिकल फैक्‍ट्री के अहाते में खड़े एक टैंकर से कुछ केमिकल पास ही के एक नाले में बहाया गया, जिसकी वजह से दरी फैक्‍ट्री में रहने वाले एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं दो अन्‍य लोग भी मरे हैं। हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताते हुए मृतकों के परिवारीजनों को चार चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।

सीतापुर के डिप्टी कमिश्नर उद्योग आशीष गुप्‍ता बताते हैं, ''दी बालाजी रसायन उद्योग रसायन के ट्रेडिंग में काम करती है। यह फैक्‍ट्र‍ियों को रसायन सप्‍लाई करती है। यह रसायन बनाने का काम नहीं करती। जो जानकारी है उसके मुताबिक, इसी फैक्‍ट्री के अहाते में एक खाली टैंकर की पानी से सफाई की गई और वही पानी नाले में बहाया गया। बाद में यही केमिकल युक्‍त पानी हवा के संपर्क में आने से जहरीला हो गया, जिसकी वजह से लोगों की मौत हुई है। अभी इस मामले पर जांच चल रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि कौन सा केमिकल था।''


कानपुर निवासी अतीक (50) दरी फैक्ट्री में गार्ड की नौकरी करता था। वो अपने परिवार के साथ दरी फैक्‍ट्री के अहाते में रहता था। जहरीली गैस से अतीक का पूरा परिवार खत्‍म हो गया। जहरीली गैसे से अतीक, उसकी पत्नी सायरा (40), बेटी आयशा (12), बेटा अफरोज (8), फैजल (18 माह) की जान चली गई। इसके अलावा दो अन्य मृतकों की पहचान पहलवान और मामा के रूप में हुई है। साथ ही गैस के असर से फैक्ट्री के आसपास 5 कुत्तों समेत मवेशियों की भी जान गई।

दरी फैक्‍ट्री में ही काम करने वाले दिवाकर यादव बताते हैं, ''मैंने देखा नाले के पास ही लोग मरे हुए थे। हमने लोगों को बताया कि ऐसा हो गया है। नाले में केमिकल फैक्‍ट्री की ओर से कुछ छोड़ा गया था, जिससे भयंकर बदबू आ रही थी। लोगों ने पुलिस को इस बारे में बताया तो पुलिस आई और फिर सबको नाले के पास से हटाया।''

गांव के लोग बताते हैं कि केमिकल फैक्‍ट्री से पहले भी ऐसे केमिकल छोड़े जाते रहे हैं जिससे इलाके में भयंकर गंध आती है। जलालपुर गांव के रहने वाले जलालुद्दीन बताते हैं, ''केमिकल फैक्‍ट्री 6 महीने पहले खुली थी। इसके खुलने के बाद से इलाके में पेड़ सूखने लगे। हमने कई बार फैक्‍ट्री मालिक से बात की, लेकिन वो कुछ भी मानने को तैयार नहीं था। अब जाकर लोगों की मौत हुई है तो सबको पता चला कि यह कितना खतरनाक है।''


 

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