धूमधाम से शुरू हुआ टीका उत्सव कुछ राज्यों में टीके की कमी से हुआ फीका

11 अप्रैल को देश के कुछ राज्यों से वैक्सीन की कमी के समाचार सामने आए। इनमें महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश के कुछ जिलों के सेंटरों पर वैक्सीन की कमी हो गई।

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धूमधाम से शुरू हुआ टीका उत्सव कुछ राज्यों में टीके की कमी से हुआ फीका

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में कोविड-19 का वैक्सीन लगवाने पहुंचे लोग। (फोटो- वीरेंद्र सिंह)

गांव कनेक्शन टीम

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक टीका उत्सव के पहले दिन 11 अप्रैल को देश के कई राज्यों से वैक्सीन की कमी के समाचार सामने आए। इनमें महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश के कुछ जिलों के सेंटरों पर वैक्सीन की कमी हो गई। उत्तर प्रदेश में भी शाहजहांपुर जिले के मीरानपुर कटरा स्थित सीएचसी और खुदागंज स्थित पीएचसी में भी टीका उत्सव से ठीक एक दिन पहले शनिवार 10 अप्रैल को वैक्सीन की कमी होने के कारण टीकाकरण रुक गया था। टीका उत्सव की शुरुआत पर पीएम मोदी ने रविवार को कहा था कि हम देशभर में 'टीका उत्सव' शुरू करने जा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने लोगों से COVID-19 के उपचार में लोगों की मदद करने, मास्क पहनें और दूसरों को प्रेरित करने का आग्रह किया।

रविवार को टीका उत्सव के दौरान उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में अलग-अलग जगहों पर टीकाकरण अभियान शुरू किया है। पुवायां तहसील के निगोही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉ. नितिन ने गांव कनेक्शन को बताया कि रविवार को टीका उत्सव के पहले दिन उनके यहां लगभग 32 टीके लगाए गए। सोमवार 12 अप्रैल को 445 लोगों के वैक्सीन लगाई गई। हमारा इस महीने का टारगेट 9 हजार 500 है।

अगर ब्लॉक तिलहर की बात करें तो यहां पर भी शनिवार 10 अप्रैल को वैक्सीन खत्म हो गई थी। हालांकि रविवार 11 अप्रैल को टीकाकरण हुआ, जिसके तहत तिलहर सीएचसी मे 90 लोगों को टीका लगाया गया। यहां के सीएचसी प्रभारी डॉ. करन सिंह ने बताया कि रविवार को पूरे ब्लॉक में लगभग 200 लोगों को टीका लगाया गया। वहीं सोमवार 12 अप्रैल को तिलहर में पूरे ब्लॉक का लक्ष्य 840 था। हालांकि टीकाकरण 616 लोगों का हुआ।

इसके अलावा शाहजहांपुर जिला स्वास्थ्य अधीक्षक को कॉल किया तो उनसे बात नहीं हो सकी, लेकिन वहां पर तैनात क्लर्क अनुपम मिश्र ने बताया कि रविवार को जिला अस्पताल में 130 लोगों का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 100 लोगों को ही वैक्सीन लगाई जा सकी।

शाहजहांपुर के मीरानपुर कटरा और खुदागंज में लौटे थे लोग

खुदागंज में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि यहां हमेशा वैक्सीन लगती है, लेकिन शनिवार 10 अप्रैल को वैक्सीन नहीं लग सकी। इसके अलावा मीरानपुर कटरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहां भी वैक्सीन की कमी होने की वजह से टीकाकरण बाधित रहा। कर्मचारियों के मुताबिक मीरानपुर कटरा में रोजाना 100 से ऊपर लोग वैक्सीन लगवाने आ रहे हैं। वहीं खुदागंज में 60 से 70 लोगों को रोजाना टीका लगाया जा रहा है।

टीका उत्सव के पहले दिन 11 अप्रैल को पूरे देश में रात 8 बजे तक 27.69 लाख वैक्सीन की खुराक दी गई। जिनमें से 25,47,691 लाभार्थियों को पहली खुराक दी गई और 2,22,197 लाभार्थियों को अंतरिम रिपोर्ट के अनुसार वैक्सीन की दूसरी खुराक प्राप्त की गई। इससे अब तक वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या 10.43 करोड़ से अधिक हो गई।

अन्य राज्यों से मिले वैक्सीन खत्म होने के समाचार

वैक्सीन की किल्लत पर इससे पहले महाराष्ट्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड की ओर से केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा गया है। जिसके जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि वैक्सीन की कमी बिल्कुल भी नहीं है। राज्यों को बताया गया है कि उनकी जरूरतों के हिसाब से वैक्सीन मिलेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसी भी राज्य को वैक्सीन की कमी का सामना करने नहीं देगी।

फिर भी मीडिया रिपोर्टों की मानें तो टीका उत्सव के पहले दिन उत्तराखंड में नैनीताल और टिहरी गढ़वाल, राजस्थान में राजसमंद और प्रतापगढ़, महाराष्ट्र के सितारा और पनवेल और मध्य प्रदेश के मुरैना, सतना जैसे स्थानों पर कुछ सेंटर में स्टॉक की कमी हो गई। इतना ही नहीं पंजाब, उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार जैसे अन्य राज्यों से भी कमी की सूचना मिली, जिस वजह से राज्य सरकारों ने अपने दैनिक टीकाकरण लक्ष्य को कम कर दिया।

मध्य प्रदेश में लक्ष्य से कम टीकाकरण तो आंध्र प्रदेश में रोकना पड़ा अभियान

मध्य प्रदेश के सतना जिले के जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सतेंद्र सिंह ने बताया, "टीकाकरण उत्सव के पहले दिन 11 अप्रैल को 10 हजार 424 व्यक्तियों को टीकाकरण किया गया, जो निर्धारित लक्ष्य का 62 प्रतिशत है। जबकि 15 हज़ार का लक्ष्य प्राप्त हुआ था।"

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सतना डॉ. एके अवधिया ने बताया "टीका महोत्सव के दूसरे दिन 12 अप्रैल को जिले में कुल 14513 व्यक्तिओं को टीका लगाया गया। सतना शहरी क्षेत्र में 1740, मैहर में 2979, अमरपाटन में 1496, उचेहरा में 1289, सोहावल में 1608, मझगवां में 1484, रामपुर बघेलान में 2165, रामनगर में 1345, नागौद में 407 कुल 14513 व्यक्तियों को टीके का प्रथम डोज लगाया गया एवं 448 व्यक्तियों को टीके का द्वितीय डोज लगाया गया। इस प्रकार अब तक जिले के एक लाख 59 हजार 341 व्यक्तियों को कोविड वैक्सीन लगाया जा चुका है।"

सतना जिले की रिपोर्ट

इसके अलावा आंध्र प्रदेश में रविवार को वैक्सीन स्टॉक समाप्त होने से अधिकारियों को कुछ जिलों में अभियान स्थगित करना पड़ा तो अन्य जिलों में इसे कम पैमाने पर व्यवस्थित करने के लिए मजबूर होना पड़ा है ।

राज्यों ने चिट्ठी लिखकर बताया था कि कितना बचा है स्टॉक

इससे पहले महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने 7 अप्रैल को बताया, "राज्य में वैक्सीन का स्टॉक केवल 3 दिनों तक चलेगा ।" राज्य सरकार की शिकायतों के बाद केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र को 17 लाख डोज भेजने की बात कही थी। वहीं ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नबा किसोर दास ने भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर 9 अप्रैल तक राज्य का स्टॉक खत्म होने की बात कही थी और कम से कम 10 दिन के स्टॉक यानी 25 लाख वैक्सीन डोज़ की आपूर्ति के लिए कहा था। तो झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने भी केंद्रीय गृह मंत्री से अनुरोध किया था कि हमें पहली खुराक के लिए लगभग 10 लाख टीके तुरंत उपलब्ध कराए जाएं। क्योंकि उनके पास 2 दिन का स्टॉक बचा है। इसके अलावा देश के दिल्ली, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक की राज्य सरकारों की ओर से भी केंद्र सरकार को पत्र लिखकर वैक्सीन की कमी को लेकर आ रही दिक्कतों के बारे में लिखा था।

इनपुट – उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से रामजी मिश्र, मध्य प्रदेश के सतना से सचिन तुलसा त्रिपाठी

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