धान और गेंहू के डंठल से तैयार 100% एथनॉल पर चलेंगे वाहन, सरकार ने दी मंजूरी
गाँव कनेक्शन 6 May 2018 10:00 AM GMT
हैदराबाद। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने वाहन कंपनी बजाज और टीवीएस को ऐसे वाहन बनाने की अनुमति दे दी है, जो कि धान और गेंहू के डंठल से तैयार 100% एथनॉल पर चलेंगे। केंद्रीय मंत्री ने एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, “मैंने बजाज और टीवीएस के प्रबंधन से एथनॉल चालित बाइक और ऑटो रिक्शा बनाने को कहा है, उन्होंने बना लिया, मैं उन्हें अनुमति दे रहा हूं और आटो रिक्शा, बाइक या स्कूटर 100% जैव-एथनाल पर चलेंगे।“
मंत्री ने कहा, “कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में लगे संस्थानों को जैव ईंधन जैसे विषयों को भी उठाना चाहिए ताकि तेल आयात पर निर्भरता को कम किया जा सके। धान के ठंडलों या भूसे को पंजाब और हरियाणा में जलाया जाता है, जिससे दिल्ली में प्रदूषण हो जाता है, जबकि धान के एक टन भूसे (पराली) से 280 लीटर एथनॉल निकाला जा सकता है।“
गडकरी ने कहा, “हम हर साल 40,000 करोड़ रुपये मूल्य की लकड़ी, 4000 करोड़ रुपये मूल्य की कच्ची अगरबत्तियां, 35,000 करोड़ रुपये मूल्य कागज की लुगदी और 35,000 करोड़ रुपये मूल्य का अखबारी कागज आयात करते हैं। इस तरह से लकड़ी से जुड़ा कुल आयात एक लाख करोड़ रुपये का रहता है।“
मंत्री ने कहा, “सरकार ने बांस को पेड़ की श्रेणी से हटाया है और वह इसकी खेती को प्रोत्साहित कर रही है ताकि उक्त आयात में कमी लाई जा सके।“
(एजेंसी)
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