अगले दो दिन किसानों के लिए भारी, कई राज्यों में भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी

मौसम विभाग ने होली से पहले यूपी समेत कई राज्यों में तेज बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है।

Kushal MishraKushal Mishra   5 March 2020 6:28 AM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
अगले दो दिन किसानों के लिए भारी, कई राज्यों में भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी

मौसम एक बार फिर किसानों के लिए मुसीबत साबित हो रहा है। यूपी के सोनभद्र में तीन मार्च को ओले गिरने से कई किसान घायल हो गए तो सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई। दूसरी ओर मौसम विभाग ने होली से पहले यूपी समेत कई राज्यों में तेज बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है।

तीन मार्च को भी उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के दुद्धी ब्लॉक में महुअरिया, पुनर्वास, तुर्रीडीह, गुलालझारिया, सायल, मूर्ता समेत दर्जनों गांव में बारिश के साथ ओले पड़ने से गेहूं और सरसों, चना, मटर सहित अन्य फसलों की भारी नुकसान हुआ है। ओलों की तेज बारिश से कई किसान घायल भी हुए हैं।

इससे पहले 29 फरवरी को भी राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश के किसानों को बारिश और ओलावृष्टि की मार झेलनी पड़ी और उनकी कई फसलें तबाह हो गईं। ऐसे में फरवरी और मार्च में ऐसी बारिश से किसानों की होली फीकी कर दी है।


'अचानक मौसम बदल गया'

सोनभद्र के दुद्धी ब्लॉक के तुर्रीडीह गांव के किसान लालू प्रसाद (28 वर्ष) 'गांव कनेक्शन' से बताते हैं, "दोपहर में अचानक मौसम बदल गया और एकदम से तेज आंधी-तूफान के साथ ओले पड़ने लगे। मेरी अरहर की फसल के साथ गेहूं, सरसों, तीसी (अलसी), मटर, बटुरा, मसूरी, चना, जौ समेत अन्य फसलों को भारी बर्फबारी से नुकसान हुआ है।"

इन गांवों में ओलों की चपेट में आने से कई किसान भी घायल हो गए है। किसान लालू प्रसाद के भाई शिव प्रसाद भी घायल हो गए जिनका अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है।

यह भी पढ़ें : फरवरी - मार्च में करें इन 10 सब्जियों की बुवाई होगा अच्छा मुनाफा

फिलहाल तेज बारिश और ओलों के कहर से देश के किसानों को राहत मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने उत्तर पश्चिम के राज्यों में भी पांच से सात मार्च तक आंधी, तेज बारिश और ओले गिरने की चेतावनी जारी की है।

इन राज्यों में जारी की चेतावनी

मौसम विभाग के अनुसार हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी और पूर्वी राजस्थान के हिस्सों में इसका असर दिखाई दे सकता है। ऐसे में कृषि मौसम विज्ञान प्रभाग ने किसानों की गेहूं-सरसों समेत विभिन्न फसलों के लिए सलाह जारी की हैं।

महाराष्ट्र के पुणे स्थित कृषि मौसम विज्ञान प्रभाग के प्रमुख डॉ. कृपाण घोष 'गांव कनेक्शन' से फोन पर बताते हैं, "ओलावृष्टि से किसानों की फसलों पर खासा असर पड़ सकता है। इससे फसलों के पौधे क्षतिग्रस्त हो सकते हैं और पत्तियां टूट कर गिर सकती हैं। जो किसान सक्षम हैं, वे इससे बचने के लिए हेल नेट का सहारा ले सकते हैं।"

कानपुर में मौसम विभाग से जुड़े नोडल अफसर और सीएसएयू में कृषि विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. संजीव कुमार बताते हैं, "इस बारिश से गेहूं और सरसों की फसलों के किसानों के साथ जायद और दलहन के किसानों पर असर पड़ सकता है। ऐसे में मौसम विभाग की ओर से ब्लॉक स्तर पर किसानों को एसएमएस के जरिए फसलों के लिए सलाह दी जा रही है।"डॉ. कुमार ने बताया, "फिर भी जो किसान अपनी फसलों में बुवाई की तैयारी कर रहे हैं, वे इस समय बुवाई न करें। साथ ही ऐसे किसान जिन्होंने देर से फसलें लगाई हैं, उन्हें इस समय सिंचाई नहीं करनी चाहिए और मौसम विभाग की जारी सलाह के अनुसार कीटनाशकों का अपनी फसलों में उपयोग करें।"

वहीं स्काईमेट वेदर के अनुसार होली से पहले भारत में दो पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। इस वजह से पहाड़ी और मैदानी दोनों ही इलाकों में बारिश हो सकती है।

देखें फोटो :

सोनभद्र में तीन मार्च को हुई तेज बारिश से किसानों की गेहूं की पकी फसल चौपट हो गई। फोटो : भीम कुमार


सोनभद्र के दुद्धी ब्लॉक के गांवों में किसानों के खेतों में बारिश से बर्बाद हुईं फसलें । फोटो : भीम कुमार


सोनभद्र के तुर्रीडीह गांव में ओलों की बारिश की चपेट में आए शिव प्रसाद को अस्पताल में किया गया भर्ती। फोटो : भीम कुमार



   

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.