फेक न्यूज से लड़ने को व्हट्सऐप ने लॉन्च किया 'फॉरवर्ड' लेबल, जानें कैसे काम करेगा
देश में अफवाहों और फेक न्यूज के फैलने में व्हट्सऐप की भूमिका और जिम्मेदारी पर भारत सरकार ने अपनाया था कड़ा रुख, मांगा था व्हट्सऐप से जवाब
Alok Singh Bhadouria 12 July 2018 7:49 AM GMT
व्हट्सऐप ने अपने यूजर्स को फेक न्यूज से बचाने के लिए एक नया फीचर लॉन्च किया है जिसकी मदद से यह पता लग जाएगा कि किसी मैसेज को भेजने वाले ने खुद टाइप किया है या सिर्फ फॉरवर्ड किया है। ऐसे मैसेज के ऊपर फॉरवर्डेड का लेबल दिखाई देगा। व्हट्सऐप के अनुसार, हमारे परिचित, मित्र या रिश्तेदार हमें सोशल मीडिया पर जो मैसेज भेजते हैं हम उन्हें अधिकतर सच मान बैठते हैं। ऐसे में हमें जब यह पता चल जाएगा कि यह जानकारी महज आगे बढ़ाई गई है तो हम उसे ज्यादा सतर्कता से परखेंगे।
आपके व्हट्सऐप में भी यह नया फीचर काम करे इसके लिए आपको उसे अपडेट करना होगा।
इससे पहले 3 जुलाई को सूचना एवं प्रौद्योगिक मंत्री रविशंकर प्रसाद ने हाल ही में देश में घटी ऐसी घटनाओं पर सरकार का गहरा असंतोष जताते हुए व्हट्सऐप से कहा था कि वह व्हट्सऐप मैसेज के जरिए अफवाहें फैलने पर जल्द से जल्द रोक लगाने के लिए प्रभावी कदम उठाए। अपने जवाब में व्हट्सऐप ने कहा था कि ऐसी घटनाओं से हम भी डरे हुए हैं, लेकिन हम ऐसे तमाम तरीकों पर काम कर रहे हैं जिनसे ऐसी अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।
फेसबुक के स्वामित्व वाली सोशल मीडिया कंपनी व्हट्सऐप का कहना है कि इस मुद्दे पर हम दो स्तर पर काम कर रहे हैं। पहले स्तर पर हम लोगों को जानकारी दे रहे हैं कि वे खुद को अफवाहों से सुरक्षित रखें इसके लिए हम यूजर्स को ऐप पर पूरा कंट्रोल दे रहे हैं कि अफवाहें फैलाने वालों के अकाउंट को ब्लॉक कर सकें। इसके अलावा हम भारत में एक नया लेबल भी ट्राई कर रहे हैं जिसके जरिए यह पता चल जाएगा कि भेजने वाले ने मैसेज फॉरवर्ड किया है या खुद टाइप किया है। इससे व्यक्ति अफवाहों के प्रति सर्तक हो सकेगा।
व्हट्सऐप के मुताबिक, दूसरी ओर हम कानून व्यवस्था कायम रखने वाली एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि उन्हें सोशल मीडिया के इस्तेमाल और इसके दुरुपयोग को रोकने बारे में शिक्षित कर सकें। गौरतलब है कि 1 जुलाई को महाराष्ट्र में बच्चा चोरों के शक में नाराज भीड़ ने पांच लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था। पिछले कुछ दिनों से व्हट्सऐप पर ऐसे अफवाहों भरे संदेश वायरल हो रहे हैं जिनमें कहा जा रहा है कि कुछ अजनबी बच्चों का अपहरण कर रहे हैं। इस तरह की अफवाहों के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंसा की कई घटनाएं हुईं जिनमें भीड़ ने महज शक के आधार पर लोगों को मार डाला। इन्हीं घटनाओं के बाद मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नॉलजी ने व्हट्सऐप से जवाब तलब किया था।
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