क्यों देखकर भाषण पढ़ती हैं मायावती ? खुद खोला राज़
गाँव कनेक्शन 15 Jan 2018 5:31 PM GMT
“1996 में गले के ऑपरेशन के बाद एक ग्लेंड निकाल दिया गया था, अब मैं न तो ज्यादा तेज बोल सकती हूं न चिल्लाकर, इसीलिए धीरे-धीरे पढ़ती हूं।”
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर अक्सर आरोप लगते रहे हैं कि उन्हें भाषण देना नहीं आता, जिसके कारण वो भाषण देखकर पढ़ती हैं।
विपक्षी दल के लोग बहन जी के भाषण देखकर पढ़ने को लेकर मजाक बनाते रहते हैं। पिछले वर्ष बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर लखनऊ के अम्बेडकर पार्क में आयोजित समारोह में मायावती ने खुद भाषण देखकर पढ़ने का कारण बताया।
लोगों के आरोप सुनकर मैं तंग आ चुकी हूं, मैं यह बताना नहीं चाहती थी, लेकिन आप लोगों से बता रही हूं क्यों में देखकर और धीरे-धीरे भाषण पढ़ती हूं।मायावती, राष्ट्रीय अध्यक्ष, बसपा, अंबेडकर जयंती समारोह में
राजनीति में बहनजी के नाम से जानी जाने वाली बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि "लोगों के आरोप को सुनकर मैं भी थक चुकी हूं। मैं यह बताना नहीं चाहती थी, लेकिन आज आप लोगों को बता रही हूं कि आखिर क्यों मैं देखकर और धीरे-धीरे भाषण पढ़ती हूं। दरअसल 1996 में कुछ कमियों की वजह से मेरा एक ग्लैण्ड पूरी तरह से खराब हो गया था और डाक्टरों ने ऑपरेशन से उसे निकाला। इसके बाद से मैं एक ही ग्लैण्ड के साथ जी रही हूँ। डाक्टरों ने मुझे तेज़ और चिल्लाकर बोलने से मना किया है।"
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