योगी ने जतायी उम्मीद : बाढ़ के सिलसिले में नेपाली प्रधानमंत्री से जरुर बात करेंगे मोदी        

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योगी ने जतायी उम्मीद : बाढ़ के सिलसिले में नेपाली प्रधानमंत्री से जरुर बात करेंगे मोदी        नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा प्रधानमंत्री मोदी के साथ।

गोरखपुर/लखनऊ (भाषा)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज राज्य में हर साल आने वाली बाढ के स्थायी निदान की आवश्यकता बताते हुए उम्मीद जतायी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के दौरे पर आये अपने नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा से बाढ़ के मसले पर बातचीत करेंगे।

योगी ने गोरखपुर के सहजनवां क्षेत्र में बाढ़ राहत सामग्री का वितरण करने के बाद कहा कि बाढ़ की भीषण त्रासदी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इसे लेकर चिंतित हैं। हर साल आने वाली बाढ़ के लिये नेपाल से छोड़ा जाने वाला पानी जिम्मेदार है। इसे रोका जाना चाहिये। उम्मीद है कि मोदी भारत के दौरे पर आये नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा से इस बारे में चर्चा करेंगे।

योगी ने बाढ़ के कारण अपना आशियाना खोने वाले लोगों के जख्मों पर मरहम रखते हुए कहा कि जिन गरीब लोगों की झोपड़ियां बाढ़ में बह गयी हैं, उनके लिये एक अस्थायी व्यवस्था बनाते हुए एक मकान दिया जाएगा। साथ ही सैलाब की वजह से बरबाद हुए फसलों का सर्वे कराकर उचित मुआवजा दिया जाएगा।

प्रदेश के पूर्वी इलाकों में बाढ़ के हालात विकराल बने हुए हैं। प्रदेश के प्रभावित 25 जिलों में बाढ़जनित हादसों में अब तक 91 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में बाढ़ से 24 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। करीब ढाई लाख हेक्टेयर फसल पूरी तरह बरबाद हो गयी है। राष्ट्रीय आपदा राहत बल की 28 और पीएसी की 32 कम्पनियां राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हैं।

इस बीच, केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार राप्ती नदी बर्डघाट (गोरखपुर) तथा रिगौली (गोरखपुर) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं, बांसी (सिद्धार्थनगर) में भी इसका जलस्तर लाल चिह्न से ऊपर है।

घाघरा नदी का जलस्तर एल्गिनब्रिज (बाराबंकी), अयोध्या (फैजाबाद) तथा तुर्तीपार (बलिया) में अब भी खतरे के निशान से ऊपर है। शारदा नदी पलियाकलां (खीरी) में बूढी राप्ती ककरही (सिद्धार्थनगर) तथा उस्काबाजार (सिद्धार्थनगर) और क्वानो नदी चंद्रदीपघाट (गोण्डा) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

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