फल फूल और सब्जियों की ऐसी प्रदर्शनी आपने शायद ही पहले देखी हो

Mithilesh DharMithilesh Dhar   17 Feb 2018 9:08 PM GMT

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फल फूल और सब्जियों की ऐसी प्रदर्शनी आपने शायद ही पहले देखी होगुलाब के फूल।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के राजभवन परिसर में शनिवार से दो दिवसीय 49वीं फल, शाकभाजी और पुष्प प्रदर्शनी शुरू हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका उद्घाटन के बाद इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया।

फल, शाकभाजी और पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन पिछले 43 वर्षों से हो रहा है। उद्घाटन के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए मुख्य योगी आदित्यनाथ ने कहा "इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की जैव विविधता को एक जगह पर आम जनता को दिखाना है। इस प्रदर्शनी से जहां शहरी लोगों को भीड़-भाड़ से हटकर कुछ देखने को मिलेगा तो वहीं लोगों को प्रकृति से रूबरू भी होने का मौका मिलेगा। प्रदेश की बागवानी को बढ़ावा देने के लिए ऐसे प्रदर्शन होते रहने चाहिए, लेकिन व्यवसायिक रूप से फसलों के उच्च-गुणवत्तायुक्त उत्पाद को प्राप्त करने के लिए वैज्ञानिक तरीकों को सहारा लेना पड़ेगा। कृषक और बागवानी औद्वानिक फसलों का समुचित प्रबंधन करके प्रति हेक्टेयर उत्पादकता में वृद्धि संभव है। इससे हम स्वस्थ्य एवं संपन्न समाज की संरचना करने में अपनी अह्म भूमिका निभा सकते हैं।"

प्रदर्शनी में राजभवन, मुख्यमंत्री आवास, उच्च न्यायालय लखनऊ, पीएससी कारागार, सीमैप, रेलवे, एचएएल, उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद, नगर निगम, अंसल एपीआई, टाटा मोटर्स आदि संस्थाएं भाग ले रही हैं। प्रदर्शनी में जैविक खेती को अपनाकर उत्पादित की गयी शाकभाजी का अलग वर्ग बनाते हुए प्रतियोगिता आयोजिति की गयी है।

प्रादेशिक पुष्प प्रदर्शनी के इतिहास में पहली बार वर्टिकल गार्डेन, फूलों से बनी आकृतियों की प्रतियोगिता, पॉली हाउस में उत्पादित शाकभाजी, यूरोपियन सब्जियों के साथ-साथ विशिष्ट फलों, मशरूम, शहद और पान के पत्तों की प्रतियोगिता को शामिल किया गया है।

प्रदर्शनी में कुल 48 श्रेणी के 638 वर्गों में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है। इस बार प्रदेश भर से 1083 प्रतियोगियों द्वारा कुल 4138 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं। शनिवार को पहले ही दिन बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने फल और फूलों के आकर्षण का आनंद लिया। प्रदर्शनी में प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक आैर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही भी माैजूद रहे।

20 किलो का कद्दू, तीन फिट की मूली और पांच फिट की लौकी

शाक व सब्जी प्रदर्शनी के स्टॉल में 20 किलो का कद्दू देख हर कोई हैरान सा नजर आ रहा था। वहीं, तीन फिट लंबी मूली और डेढ़ फिट की गाजर से निगाहें हटने का नाम ही नहीं ले रही थीं। एक किलो से अधिक भार का आलू और आधे फिट की मिर्च का स्टाल बेहतर नजर आ रहा था। पांच फिट की लौकी के साथ तो सेल्फी लेने वालों की भीड़ लगी रही।

फूलों ने मन मोह लिया

फूलों के विविध रूपों को एक ही गमले और पेड़ पर देख हर कोई चौंक गया। अलीगंज की अरुण पांडेय, कोमल और राहुल बस यही कहते नजर आए कि दूर से फूल अपनी ओर खींच रहे थे। ऐसा तो पहली बार देख रहे हैं कि इतने ज्यादा फूल एक ही पेड़ में, अजीब तरीका है। इसके अलावा गोभी के फूल के साइज में गुलाबों को देख भी दूर से लोग प्लास्टिक का समझ रहे थे। कई लोगों ने इनको छूना चाहा तो सिक्योरिटी ने मना किया। गमलों में लगे विभिन्न रंगों के मौसमी फूल जैसे पेंजी, पिटूनिया, सिनरेरिया, पॉलीएंथस, रोडैंथी, स्वीट लिलियम, स्वीट एलाइजम, स्टाक, स्टेसिस, फ्लाक्स वाल फ्लावर आदि को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी।

प्रदर्शनी आम लोगों के लिए 18 फरवरी यानि रविवार को सुबह आठ बजे शाम सात बजे तक खुली रहेगी। परिसर में आगंतुकों के लिए फूड जोन और पेयजल की व्यवस्था प्रदर्शनी आयोजकों द्वारा करायी गयी है। प्रवेश शुल्क पांच रुपए रखा गया है।

  

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