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Dr. Satyendra Pal Singh
Principal Scientist & Head Krishi Vigyan Kendra Shivapuri, Madhya Pradesh
हरित क्रांति के जनक को भारत रत्न सम्मान
देश की आज़ादी के बाद भी 1960 के दशक तक भारत में भुखमरी के हालात थे। देश अनाज के लिए दुनिया के सामने हाथ फैलाने को मजबूर था। वर्ष 1965 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को देशवासियों...
Dr. Satyendra Pal Singh 30 March 2024 12:15 PM GMT
विश्व के 10 सबसे अधिक वन संपदा वाले देशों में से एक है भारत
प्रकृति और प्राकृतिक संसाधन एक ईश्वर प्रदत्त सृष्टि की रचना हैं। जिसमें जल, जंगल, जमीन, जलवायु, जानवर, पशु-पक्षी और मानव सभी समाहित हैं। ईश्वर की बनाई इस सृष्टि की रचना में जरा सा भी खोट आता है, तो...
Dr. Satyendra Pal Singh 26 March 2024 6:51 AM GMT
श्रीराम के त्रेता युग में फसलों में कोई रोग या कीटों का इसलिए नहीं होता था प्रकोप
भारतीय संस्कृति में राम द्वारा किया गया आदर्श शासन 'राम राज्य' के नाम से प्रसिद्ध है। राम के राज्य में जनता हर तरह से सुखी और समृद्ध थी। लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए सब कुछ दाँव पर लगा दिया...
Dr. Satyendra Pal Singh 22 Jan 2024 8:57 AM GMT
अब 'ज्ञान संसाधन केंद्र' से ही मिल सकेगी खेती पशुपालन और तकनीक से जुड़ी सारी जानकारी
किसान भाइयों को आधुनिक खेती, बीज या बाज़ार से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए अब इधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा। कृषि विज्ञान केंद्र हर जिले में विशेष केंद्र तैयार कर रहा है, जहाँ खेती बाड़ी से जुड़ी किसान...
Dr. Satyendra Pal Singh 10 Nov 2023 7:35 AM GMT
छुट्टा गोवंश को बेकार मत समझिए, उनकी मदद से भी कर सकते हैं प्राकृतिक खेती
भारतीय गायें गाँव गरीब किसान की पोषण सुरक्षा से लेकर ऊर्जा शक्ति का द्योतक रही हैं। देशी गाय का दूध, दही, छाछ, घी ने जहाँ भारतीय थाली को पोषण सुरक्षा प्रदान की है। वहीं भारतीय गायों के बछ़ड़ों द्वारा...
Dr. Satyendra Pal Singh 7 Nov 2023 5:12 AM GMT
जलवायु अनुकूल कृषि तकनीक को ज़रूरी क्यों बता रहे हैं कृषि वैज्ञानिक
एक तरफ जहाँ विश्व की बढ़ती आबादी के लिए खाद्यान्न, दलहन-तिलहन, फल-सब्ज़ी , दूध, माँस, अंडा आदि खाद्य पदार्थों की माँग बढ़ रही है। वहीं पूरे विश्व में जलवायु परिवर्तन के कारण मौसमी घटनाएँ खेती किसानी...
Dr. Satyendra Pal Singh 4 Sep 2023 9:49 AM GMT
विश्व पर्यावरण दिवस विशेष: पर्यावरण असंतुलन क्यों है ख़ेती के लिए चुनौती
एक समय था जब गाँवों को पर्यावरण का सबसे बड़ा दोस्त माना जाता था। गाँवों में हरे भरे पेड़-पौधे, लहलहाती फसलें, पशु पक्षियों का कलरव प्रकृति प्रेमियों का ध्यान खींचती थीं,लेकिन आज पर्यावरण के सबसे बड़े...
Dr. Satyendra Pal Singh 5 Jun 2023 4:41 AM GMT
वैज्ञानिक क्यों कह रहे हैं हल्के में न लें पानी के संकट को
पानी का संकट बढ़ने वाला है। जी हाँ, आपको शायद इस बात का अभी एहसास नहीं हो रहा होगा, लेकिन ये सच है। पानी लेकर अब तक जितनी भी रिपोर्ट और अध्धयन सामने आये हैं वो इसी तरफ इशारा कर रहे हैं। अगर समय रहते...
Dr. Satyendra Pal Singh 2 Jun 2023 5:15 AM GMT
तपती धरती और बढ़ता अनाज का संकट; समय रहते समाधान तलाशने होंगे
साल दर साल पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है। पूरी दुनिया बढ़ते हुए तापमान को लेकर चिंतित है। जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग का सबसे ज्यादा असर तापमान में हो रही बढ़ोतरी के रूप में देखा जा रहा है। बढ़ते...
Dr. Satyendra Pal Singh 17 April 2023 8:32 AM GMT
बदलते गाँव, ग्रामीण भारत की बदलती जीवन शैली; चलिए एक बार बीते हुए कल को आज बनाते हैं
आधुनिकता के दौर में अब गाँव भी शहर बनते चले जा रहे हैं। धीरे-धीरे ही सही लेकिन शहरी सुविधाएं अब गाँवों तक पहुंच चुकी हैं। गाँव में बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंची हैं, जिससे निश्चित तौर...
Dr. Satyendra Pal Singh 13 March 2023 7:12 AM GMT
बढ़ते तापमान की चुनौती से जूझती गेहूं की फसल
पिछले कुछ सालों से हो रहे जलवायु परिवर्तन को देखते हुए यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूरी तरह से प्रकृति पर निर्भर रहने वाली भारतीय कृषि अधिक से अधिक उत्पादन लेने की चुनौती के साथ ही जलवायु...
Dr. Satyendra Pal Singh 10 March 2023 12:15 PM GMT
मोटे अनाजों में छिपा है पोषण का खजाना, जिन्हें अब 'श्री अन्न' के नाम से जानते हैं
भारत सरकार की पहल पर वर्ष 2023 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष (इंटरनेशनल ईयर आफ मिलेट्स) के रूप में घोषित किया गया है। जिसकी शुरुआत एक जनवरी से हो गई है। अंतर्राष्ट्रीय...
Dr. Satyendra Pal Singh 1 Feb 2023 12:45 PM GMT