कई देशों पर एक और बड़ा साइबर अटैक, भारत पर भी खतरा

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कई देशों पर एक और बड़ा साइबर अटैक, भारत पर भी खतराप्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली। मंगलवार को दुनिया में एक और बड़ा साइबर हमला हुआ है। इस हमले का असर कई देशों में बैंकों, एयरपोर्ट और अन्य सेवाओं पर पड़ रहा है। हमले का सबसे ज़्यादा असर यूक्रेन पर पड़ा। ख़बरों के मुताबिक, यहां सरकारी मंत्रालय, बैंक सिस्टम, बिजली विभाग सब कुछ ठप्प हो गया है। रूस की सबसे बड़ी ऑयल कंपनी के सिस्टम भी हैक कर लिए गए हैं।

कुछ ख़बरों के अनुसार, भारत भी इसकी चपेट में आया है। यहां के के सबसे बड़े कंटेनर पोर्ट मुंबई स्थित जेएनपीटी पर भी रैंसमवेयर का अटैक हुआ है। यहां कामकाज रोक दिया गया है। यूक्रेन की राजधानी में डाक सेवाएं, पेट्रोल पंप, पेमेंट कार्ड कुछ भी काम नहीं कर रहे हैं।

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वहीं, रूस की शीर्ष तेल उत्पादक कंपनी रोजनेफ्ट ने बयान जारी कर कहा है उसके 'आईटी सिस्टम्स इस साइबर हमले के शिकार हुए हैं।' माना जा रहा है कि यह साइबर अटैक रैनसमवेयर जैसा ही गंभीर हो सकता है। कंपनी ने कहा कि हालात का आकलन किया जा रहा है और जरूरी उपाय किये जा रहे हैं। कंपनी ने कहा कि बड़े साइबर अटैक ने उसके सर्विस सिस्टम को प्रभावित किया है।

ताजा हमले के बारे में बताया गया है कि यह नए तरह का वानाक्राय वायरस है। रैंसमवयर को पेटया नाम दिया गया है। इसका सबसे ज्यादा असर यूरोपीय देशों में पड़ा है। पिछले दिनों वानाक्राय रैंसमवेयर का अटैक हुआ था। तब भारत समेत 150 देश प्रभावित हुए थे।

ताज़ा हमले में यूक्रेन के अलावा रूस, अमेरिका, ब्रिटेन, डेनमार्क, फ्रांस और नॉर्वे में इस सायबर अटैक की पुष्टि हो गई है। जापान में होंडा के प्लांट पर अटैक हुआ है। वहां काम काज ठप्प हो गया है। मॉस्को की सुरक्षा फर्म ग्रुप-आईबी के मुताबिक, रूस और यूक्रेन में एक साथ हमला किया गया है। नुकसान का सही-सही आंकलन अभी होना बाकी है। यूक्रेन में लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।

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