जेएनयू के 200 विद्यार्थी, नजीब की मां हिरासत में

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जेएनयू के 200 विद्यार्थी, नजीब की मां हिरासत मेंबेटे की तलाश में प्रदर्शन कर रही मां को इस तरह घसीट कर ले जाती दिल्ली पुलिस।

नई दिल्ली (आईएएनएस)। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के करीब 200 विद्यार्थियों के साथ ही विश्वविद्यालय के लापता छात्र नजीब अहमद की मां को यहां रविवार को हिरासत में ले लिया गया। यह कार्रवाई तब की गई, जब वे इस मामले में पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ इंडिया गेट पर प्रदर्शन करने के लिए आगे बढ़ रहे थे।

बदसलूकी का आरोप लगाया

शाहिद रजा नामक एक प्रदर्शनकारी ने आरोप लगाया कि नजीब की मां फातिमा के साथ बदसलूकी की गई। पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों को मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया है। रजा ने कहा, "पुलिस ने हमें इंडिया गेट के रास्ते में हिरासत में लिया। उन्होंने नजीब की मां के साथ बदसलूकी की। वास्तव में ऑटो रिक्शा पर सवार दो महिलाओं को पुरुष पुलिस अधिकारियों ने रोका। उनके साथ कोई महिला पुलिसकर्मी नहीं थी।"

इंडिया गेट के पास लागू है धारा 144

प्रतीक सिन्हा ने ट्वीट किया है, "नजीब की मां को दिल्ली पुलिस ने घसीट कर बाहर निकाला। देश में एक मां अपने बेटे के लापता होने पर सार्वजनिक तौर पर विरोध प्रदर्शन नहीं कर सकती।" एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत हिरासत में लिया गया। इस धारा में चार या उससे अधिक लोगों के एक जगह पर जुटने पर प्रतिबंध है। इंडिया गेट के पास धारा 144 लागू है।

मैं यह बात कई मर्तबा कह चुका हूं: केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र से सवाल किया है कि सरकार छात्रों से डरी हुई क्यों है? केजरीवाल ने इससे पहले प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों से मुलाकात की थी। केजरीवाल ने कहा कि जितनी पुलिस रविवार को तैनात की गई थी, यदि उसके आधे का भी इस्तेमाल नजीब का पता लगाने के लिए किया गया होता तो अब तक वह मिल गया होता। बाद में उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "यदि आप युवकों को रोकते हैं तो वे और आंदोलित होंगे। मैं यह बात कई मर्तबा कह चुका हूं।"

कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई

जेएनयू छात्रसंघ की महासचिव सतरूपा चक्रवर्ती ने कहा है कि वे लोग प्रदर्शन इस वजह से कर रहे हैं क्योंकि 15 अक्टूबर से लापता नजीब को ढूंढ़ने के लिए कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि जिन विद्यार्थियों ने नजीब की पिटाई की थी, उन्हें पूछताछ के लिए शनिवार को बुलाया गया था। यह तो बहुत कम है और बहुत देर से की गई कार्रवाई है।

   

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