एस्सार आयल को 13 अरब डालर में खरीदेंगे रोजनेफ्ट व भागीदार

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
एस्सार आयल को 13 अरब डालर में खरीदेंगे रोजनेफ्ट व भागीदाररूस की सरकारी पेट्रोलियम कंपनी रोजनेफ्ट और उसके भागीदारों ने भारत की दूसरी सबसे बड़ी निजी पेट्रोलियम रिफायनरी कंपनी एस्सार आयल को करीब 13 अरब डालर नकद में खरीदने के सौदे की घोषणा की है।

पणजी (भाषा)। भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के अब तक के सबसे बड़े सौदे के तहत रूस की सरकारी पेट्रोलियम कंपनी रोजनेफ्ट और उसके भागीदारों ने भारत की दूसरी सबसे बड़ी निजी पेट्रोलियम रिफायनरी कंपनी एस्सार आयल को करीब 13 अरब डालर नकद में खरीदने के सौदे की घोषणा की है।

इसमें एस्सार आयल के तेल-शोधन, बंदरगाह ओर पेट्रोलपंप कारोबार की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी रुसी कंपनी रोजनेफ्ट के हाथ में होगी।

यहां ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन के साथ अलग से हुई बैठक के दौरान आज घोषित इस सौदे के तहत बाकी 49 प्रतिशत हिस्सेदारी नीदरलैंड के ट्रैफीगुरा समूह और रूस की निवेशक कंपनी यूनाइटेड कैपिटल पार्टरर्स द्वारा एक संयुक्त उद्यम कंपनी के पास जाएगी।

इसमें इन दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी 49:49 प्रतिशत होगी तथा दो प्रतिशत शेयर एस्सार समूह के पास होंगे।

टैफीगुरा कंपनी जिंसों का कारोबार करने वाली दुनिया की सबसे बडी कंपनियों में है। इसमें रुरी बैंक का धन लगा है और यह एस्सार आयल में अपनी हिस्सेदारी बाद में रोजनेफ्ट को बेच सकती है। एस्सार आयल की दो प्रतिशत हिस्सेदारी अल्पांश शेयरधारकों के पास बनी रहेगी जिन्होंने कंपनी की बाजार सूचीबद्धता खत्म होने के समय इसे अपने पास ही रखा है।

यह सौदा 12.9 अरब डालर का आंका गया है। इसमें एस्सार की गुजरात स्थिति दो करोड़ टन वार्षिक क्षमता की रिफायनरी अैर देशभर में फैले कंपनी के 2,700 पेट्रोल पंपों के करोबार के लिए 10.9 अरब डालर का मूल्य लगाया गया है। गुजरात में ही कंपनी की वाडीनार बंदरगाह कंपनी के लिए और 2 अरब डालर का मूल्य लगाया गया है।

इस सौदे में एस्सार आयल पर 4.5 अरब डालर और बंदरगाह कंपनी पर करीब 2 अरब डालर का कर्ज शामिल है। एस्सार आयल पर ईरान के कच्चे तेल का 3 अरब डालर का बकाया भी इसके खाते में बना रहेगा।

एस्सार समूह के प्रशांत रइया।

इस सौदे से मिले धन का बड़ा हिस्सा हम कर्ज उतारने में इस्तेमाल करेंगे। इससे समूह का कर्ज 50 प्रतिशत कम हो जाएगा। इस पर 88,000 करोड़ रुपए (13 अरब डालर से अधिक) का कर्ज है। इस सौदे से उसे कर्जदाताओं का दबाव कम करने में मदद मिलेगी।
प्रशांत रइया एस्सार समूह

    

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.