पनामा मामला: जांच पैनल की रिपोर्ट के बारे में कैबिनेट से विचार विमर्श करेंगे शरीफ

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
पनामा मामला: जांच पैनल की रिपोर्ट के बारे में कैबिनेट से विचार विमर्श करेंगे शरीफपाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ 

इस्लामाबाद (भाषा)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने उनके इस्तीफे की मांग के बीच आज कैबिनेट की एक आपातकालीन बैठक बुलाई ताकि वह पनामा मामला जांच पैनल की उस रिपोर्ट से अपना बचाव करने की रणनीति बना सकें, जिसमें उनके और उनके परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने की सिफारिश की गई है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार ऐसी संभावना है कि 67 वर्षीय शरीफ सुप्रीम कोर्ट में संयुक्त जांच दल की रिपोर्ट को चुनौती देने संबंधी पार्टी की रणनीति के बारे में सदस्यों को जानकारी देंगे और प्रस्ताव या घोषणा के रुप में कैबिनेट से समर्थन प्राप्त करने की कोशिश करेंगे।

ये भी पढ़ें : दुनिया की सबसे विशाल सैन्य क्षमता वाला चीन आधे से ज्यादा सैनिकों की करने जा रहा छुट्टी

छह सदस्यीय संयुक्त जांच दल (जेआईटी) ने शरीफ परिवार के व्यापारिक लेनदेन की जांच संबंधी अपनी 10 खंडों वाली रिपोर्ट 10 जुलाई को शीर्ष अदालत को सौंपी थी। उसने सिफारिश की कि शरीफ और उनके बेटे हसन नवाज और हुसैन नवाज के साथसाथ उनकी बेटी मरियम नवाज के खिलाफ राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) अध्यादेश, 1999 के तहत भ्रष्टाचार का एक मामला दर्ज किया जाना चाहिये।

ये भी पढ़ें : सऊदी अरब के सरकारी स्कूलों में लड़कियां खेलों में ले सकेंगी हिस्सा, फैसला शीघ्र

कैबिनेट की बैठक बुलाने का निर्णय प्रधानमंत्री आवास में हुई एक ''अनौपचारिक बैठक'' में लिया गया था, जिसमें शरीफ की कैबिनेट के सदस्यों और अटॉर्नी जनरल अश्तर औसफ अली समेत उनके कानूनी विशेषज्ञों के दल ने भाग लिया। सभी बड़े राजनीतिक दलों ने उनसे इस्तीफे की मांग की है और उन पर लगे आरोप गलत साबित होने तक उन्हें सत्ता से दूर रहने को कहा है। लेकिन शरीफ इसके लिए राजी नहीं हैं और उनकी बेटी मरियम ने एक ट्वीट में इसकी पुष्टि की है।

ये भी पढ़ें : 2026 तक इन तीन चीजों में दुनिया में नंबर वन हो जाएगा भारत

उन्होंने ट्वीट किया, ''इंशाअल्लाह वह इस्तीफा नहीं देंगे क्योंकि उनके पांच बार सत्ता में रहने के दौरान उनके खिलाफ सार्वजनिक धन के दुरपयोग का एक भी आरोप सही साबित नहीं हुआ है।'' शरीफ रिकॉर्ड तीसरी बार प्रधानमंत्री पद का दायित्व निभा रहे हैं। इससे पहले वह 1980 के दशक में दो बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके है।

ये भी पढ़ें : चीन में कारों को लेकर सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिएयहांक्लिक करें।

        

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.