दूसरी लड़की गर्भवती: मंत्री पहुंचीं बालिका गृह

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दूसरी लड़की गर्भवती: मंत्री पहुंचीं बालिका गृहगाँव कनेक्शन

लखनऊ। मोती नगर स्थित राजकीय बालिका गृह में दूसरी लड़की के गर्भवती होने की जानकारी के बाद महिला कल्याण राज्यमंत्री सैय्यदा शादाब फातिमा ने निरीक्षण किया। इस दौरान लड़कियों ने बंद कमरे में उन्हें बालिका गृह में हो रहे व्यवहार की जानकारी दी। इस दौरान वहां पहुंची एक महिला संगठन की कार्यकर्ता ने बालिका गृह में रह रही लड़कियों के एक शिकायती पत्र को पेश किया, लेकिन मंत्री ने जांच होने का हवाला देते हुए पेश शिकायती पत्र को नजरअंदाज कर दिया। मोतीनगर राजकीय बालिका गृह में एक के बाद दूसरी लड़की के गर्भवती होने की जानकारी मिलने पर राज्यमंत्री शादाब फातिमा भी निरीक्षण करने पहुंच गई।

इस बीच संगठन की कार्यकर्ता ने इस शिकायती पत्र में बालिका गृह में रह रही लड़कियों की आप-बीती का दावा किया। पेश किए गए शिकायत पत्र में लड़कियों ने लिखा है कि उन्हें पुरुष स्टोर कीपर से हर महीने सेनेटरी नैपकीन मांगना पड़ता है। इतना ही नहीं पत्र में पास्को एक्ट वाली लड़कियों ने आरोप लगाया कि उनके परिजनों से मुलाकात करने के लिए अधीक्षिका रुपिंदर कौर उनके परिवार वालों से पैसे मांगती थीं।

सीडब्ल्यूसी के मेंबर को लगाई फटकार

राज्यमंत्री शादाब फातिमा ने सीडब्ल्यूसी के मेंबर अंशुमाली शर्मा को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने उनसे पूछा,  लड़कियों का मेडिकल चेकअप किये बगैर उनको बालिकागृह में शरण क्यों देता है। इसके साथ ही उनसे यह भी सवाल किया, दो लड़कियों को उन्होंने रायबरेली क्यों भेज दिया, जबकि बालिका गृह में 14 लड़कियां और हैं जो 18 वर्ष से ऊपर की उम्र की हैं। इन सारे सवालों का जवाब जिम्मेदारों से मांगने के बाद राज्यमंत्री ने कहा, मामले की जाँच चल रही है। सारी रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कार्रवाई होगी। इस दौरान महिला कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव मोनिका गर्ग और महिला कल्याण विभाग के डायरेक्टर मौजूद रहे। 

दो नर्स सस्पेंड

लड़कियों का मेडिकल चेकअप करने वाली दो नर्स को ससपेंड कर दिया गया है। इसके साथ आउटसोर्स  पर तैनात एक नर्स को भी हटा दिया गया। 

इन पर दो दो अत:वासियों के गर्भवती होने की बात को छुपाए रखने का आरोप लगा है। शादाब फातिमा ने बताया, “संस्था में रह रही लड़कियों की स्वास्थ्य परीक्षण की रिपोर्ट चिकित्सकों ने दी थी। तैनात नर्सों ने इसका पालन नहीं किया। इसके कारण यह यह घटना हुई। विभाग ने दोनों नर्सों ऐना पाल और ऊषा वर्मा को निलम्बित कर दिया गया। इसके साथ ही आउटसोर्स पर तैनात नर्स प्रीति मिश्रा को सेवा से हटा दिया गया है।

 

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