एक वर्ष से बंद स्ट्रीट लाइटें, ग्रामीण परेशान

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एक वर्ष से बंद स्ट्रीट लाइटें, ग्रामीण परेशानस्ट्रीट लाइट,ग्रामीण परेशान,

प्यारेपुर (गंगागंज) लखनऊ। शाहिद अली (58 वर्ष) के घर के ठीक सामने राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिछले वर्ष लगाई गई 100 स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हैं। पिछले वर्ष लखनऊ-रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग के नवीनीकरण के बाद हाईवे से सटे ग्रामीण इलाकों में स्ट्रीट लाइटें लगवाई गई थीं पर ये लाइटें लगने के 15 दिन बाद ही खराब हो गईं और आज तक इनको बदला नहीं गया है।

रायबरेली जिला मुख्यालय से 25 किमी. उत्तर दिशा में प्यारेपुर गाँव के निवासी शाहिद बताते हैं, ‘’जब ये लाइटें लगी थीं, तब लगने के कुछ दिनों तक ये लाइटें चालू रहीं, लेकिन धीरे-धीरे एक-एक करके सभी लाइटें बिगड़ गईं। कई बार इन्हें सही करने लाइनमैन भी आए पर लाइटों की हालत वैसे की वैसे ही है।”

राष्ट्रीय राजमार्ग-24बी पर हर रोज़ लाखों की संख्या में छोटे- बड़े वाहन गुज़रते हैं। इसके साथ-साथ यही एक मुख्यमार्ग है, जो इलाहाबाद-रायबरेली-लखनऊ जिलों को जोड़ता है। ऐसे में रात-बिरात गाँवों के सामने लगी स्ट्रीट लाइटों के न काम करने से ग्रामीणों को हर वक्त बड़ी घटना का डर सताता है। 

स्ट्रीट लाइटों की खराब हालत पर गैर ज़िम्मेदाराना रवैया दिखाते हुए ग्राम प्रधान माया गुप्ता के पति अशोक कुमार कहते हैं, “भैया लाइटें खराब पड़ी हैं, विभाग सो रहा है। हमने कई बार नेशनल हाईवे के अधिकारियों से फोन पर इसकी शिकायत की पर कोई भी इन्हें देखने तक नहीं आया है। पता नहीं कब सही हो पाएंगी ये लाइटें।’’ 

प्यारेपुर गाँव की तरह ही हाईवे से सटे गंगागंज गाँव में भी लगाई गई स्ट्रीट लाइटें खराब हालत में हैं, गाँव के रमेश सिंह (50 वर्ष) ने बताया कि बीच-बीच में कर्मचारी आकर लाइटें सही कर जाते हैं, लेकिन ज़्यादा दिनों तक ये काम नहीं कर पाती हैं। रात में सड़क किनारे अंधेरा रहने से गाँव में चोरी की घटनाएं भी बढ़ी हैं।

स्वयं वालेंटियर: आसिफ अली

स्कूल: बाल विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज

 

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