आईआईटी इंजीनियर से राजनीति की पिच तक

बाराबंकी लोकसभा सीट से राजनीति की पिच पर उतरने वाले तनुज पुनिया कांग्रेस महासचिव और पूर्व आईएएस अधिकारी पीएल पुनिया के बेटे हैं और कांग्रेस की युवा ब्रिगेड का महत्वपूर्ण चेहरा हैं

Manish MishraManish Mishra   2 April 2019 4:46 AM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
आईआईटी इंजीनियर से राजनीति की पिच तक

हैदरगढ (बाराबंकी)। "राजनीति ने हमें बहुत से रिश्ते दिए हैं, पूरा क्षेत्र हमारा रिश्तेदार बन गया है। हर किसी के सुख-दुख में हमें पहुंचना होता है," पिता से राजनीति का ककहरा सीख कर मैदान में उतरने वाले तनुज पुनिया ने कहा।

आईआईटी रूढ़की से इंजीनियरिंग करके कारपोरेट में नौकरी करने के बाद बाराबंकी लोकसभा सीट से राजनीति की पिच पर उतरने वाले तनुज पुनिया कांग्रेस महासचिव और पूर्व आईएएस अधिकारी पीएल पुनिया के बेटे हैं और कांग्रेस की युवा ब्रिगेड का महत्वपूर्ण चेहरा हैं।


ये भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल: चाय बागानों में मजदूरों का उबाल बनेगा चुनावी मुद्दा


पिता की राजनीतिक विरासत संभालने उतरे तनुज पुनिया बताते हैं, "राजनीति में आया तो मैं खुद ही हूं, लेकिन कुछ न कुछ प्रभाव पिताजी का भी है, पहले सोचा कि 10-15 साल नौकरी कर लूं उसके बाद समाज की सेवा में उतरेंगे, लेकिन एक दिन सांसद जी (पीएल पुनिया) से बात हो रही थी, तो तुरंत ही मैदान में उतरने को सोचा।"

ये भी पढ़ें: निषाद पार्टी ने सपा-बसपा गठबंधन का साथ छोड़ा, थाम सकती है भाजपा का दामन

"पिताजी ने कहा कि मैं रिटायर्डमेंट के बाद राजनीति में आया तो काम करने का मौका नहीं मिला। इसलिए अगर आना है तो जल्दी ही आ जाओ," तनुज पुनिया ने कहा।

पिता से समय-समय पर राजनीति की ट्रेनिंग लेने वाले तनुज का जनता से जुड़ाव का मूल मंत्र है लगातार क्षेत्र में जमे रहना और लोगों क सुख-दुख में अधिक से अधिक शामिल होना। "प्लानिंग के मामले में मैं अपने पिता का पचास प्रतिशत भी नहीं हूं।"


एक युवा राजनेता के तौर पर तनुज पुनिया अपनी सभाओं में युवाओं से अधिक जुड़ते हैं, चुनावों के दौरान युवाओं के मुद्दे उठाते हुए तनुज कहते हैं, "आज बेरोजगारी जो 45 साल से रिकार्ड को तोड़ चुकी है, कुछ भी युवाओं के लिए नहीं हुआ, युवा मिस गाइड होने पर भीड़ तंत्र में शामिल हो रहा है।"

ये भी पढ़ें: बंगाल में अमित शाह ने कहा- ये चुनाव तय करेगा देश किस दिशा में जाएगा

उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन से मिलने वाली कांग्रेस को चुनौती के बारे में तनुज न तो अपनी सीट बाराबंकी से परेशान हैं न हीं यूपी में। उन्हें भरोसा है कि प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के आने से कांग्रेस प्रदेश में अच्छा करेगी।

"जो बुजुर्ग हैं वो भी बताते हैं कि प्रियंका जी में इंदिरा जी दिखती हैं। वो भी वापस आने लग गए हैं। कांगेस यूपी में वो करके दिखाएगी जो दशकों से नहीं हुआ है। राहुल गांधी जी लगातार युवाओं को बढ़ावा देते हैं, और युवाओं के लिए युवा ही काम कर पाएगा," तनुज पुनिया ने कहा।


वहीं, दूसरी ओर बाराबंकी के हैदरगढ़ चौराहे पर कांग्रेसी समर्थकों से घिरे और 'गरीब परिवार, 72 हजार' नारे के बीच कांग्रेस महासचिव पीएल पुलिया कहते हैं, "अकेले हम 2009 में भी लड़े तो सबसे ज्यादा सांसद हमारे जीत कर आए थे, अब हमारा मार्गदर्शन के लिए हमारी नेता प्रियंका गांधी जी आ गई हैं, कार्यकर्ताओं में बहुत उत्साह है, हमारी ओर विशेष रूप से युवा आकर्षित हो रहा है। भाजपा एक्सपोज हो चुकी है, लोग छले हुए महसूस कर रहे हैं। चाहे गठबंधन हो या महागठबंधन हो, कांग्रेस पार्टी सबसे ज्यादा सीटें जीत कर आएगी यह साफ है।"

ये भी पढ़़ें: चुनावी घमासान के बीच ये भी जानिए, कई पार्टियों के चुनाव चिन्ह हैं रोचक


   

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.