मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव: पंचायतों का कार्यकाल खत्म होने के 21 माह बाद होंगे चुनाव, 39551811 मतदाता चुनेंगे 'गांव की सरकार'

मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव तीन चरणों में कराए जाएंगे। चुनाव की घोषणा हो गई है। यहां 3 करोड़ 95 लाख 51 हज़ार 811 मतदाता गांव की सरकार चुनेंगे।

Sachin Tulsa tripathiSachin Tulsa tripathi   6 Dec 2021 6:14 AM GMT

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मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव: पंचायतों का कार्यकाल खत्म होने के 21 माह बाद होंगे चुनाव, 39551811 मतदाता चुनेंगे गांव की सरकार

तीन चरणों में होंगे मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव। फोटो साभार पिक्साबे

भोपाल (मध्य प्रदेश)। मध्य प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। यहां तीन चरणों में जिला पंचायत, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत के चुनाव कराए जाएंगे। 4 दिसंबर 2021 शनिवार को राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा की।

राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त बसंत प्रताप सिंह के मुताबिक "त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव तीन चरणों में होंगे। अगले माह यानी वर्ष 2022 में चुनाव होंगे। पहले चरण का 6 जनवरी, दूसरे चरण का 28 जनवरी और तीसरे चरण का 16 फरवरी को मतदान होगा।"

त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में 3 करोड़ 95 लाख 51 हज़ार 811 मतदाता गांव की सरकार चुनेंगे। जिसमें 2 करोड़ 2 लाख 30 हज़ार 95 पुरुष, 1 करोड़ 90 लाख 20 हज़ार 672 महिला और 1 हज़ार 44 अन्य मतदाता हैं। चुनाव के लिए 71 हज़ार 3 सौ 98 मतदान केंद्र बनाये जायेंगे, जिसमें से 15 हज़ार 863 मतदान केंद्र संवेदनशील और 6 हज़ार 2 सौ 33 अति संवेदनशील की श्रेणी में रखे गए हैं। 3 हज़ार 95 ऐसे मतदान केंद्र हैं जहां 750 से अधिक मतदाता हैं।

22681 सरपंच और 362754 पंच चुने जाएंगे

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिन पंचायतों का कार्यकाल मार्च 2020 में समाप्त हुआ है राज्य निर्वाचन आयोग मध्य प्रदेश वहां चुनाव करा रहा है। इसी आधार पर चुनाव कार्यक्रम जारी किया गया है। मार्च 2020 में 362754 पंच, 22581 सरपंच, 6727 जनपद सदस्य और 859 जिला पंचायत सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हुआ था। उन्हीं में चुनाव होंगे। जबकि 114 ऐसी पंचायत हैं जहां बाद में चुनाव कराए जाएंगे। जबकि उनके जिला और जनपद के चुनाव होंगे। मध्य प्रदेश में 51 जिला और 313 जनपद पंचायतों में सदस्य चुने जाएंगे। पिछले कार्यकाल यानी 2014-15 में 360847 पंच, 22604 सरपंच, 6774 जनपद सदस्य और 841 जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव हुआ था।

पंच-सरपंच बैलेट , जिला जनपद सदस्य के लिए ईवीएम पर पड़ेंगे वोट

पंच और सरपंच के लिए मतपत्र के माध्यम से वोट पड़ेंगे जबकि जनपद और जिला पंचायत सदस्यों के लिए ईवीएम पर वोट डाले जाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत आम चुनाव 2021-22 का कार्यक्रम जारी करते हुए कहा है, "पहले चरण में 85 जनपद पंचायत, 6283 ग्राम पंचायतों में वोट डाले जाएंगे इसके लिए 19998 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे तथा 26910 ईवीएम का उपयोग किया जाएगा। इसी तरह दूसरे चरण में 110 जनपद और 8015 ग्राम पंचायतों में वोट डाले जाएंगे, जिसके लिए 24840 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे और 33657 ईवीएम उपयोग में लाई जाएंगी तथा तीसरे चरण में 118 जनपद, 8397 ग्राम पंचायतों में मतदान किया जाएगा। इसके लिए 26560 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे और 35797 ईवीएम उपयोग में लाई जाएगी। प्रदेश में 55000 ईवीएम उपलब्ध हैं।"


जिलों में किन चरणों तक चलेगा चुनाव

पंचायतों के कार्यकाल समाप्ति के 21 माह बाद होने जा रहे चुनाव तीन चरणों में होंगे। मध्य प्रदेश में 51 जिला हैं इनमें से किन जिलों में किस चरण में चुनाव पूरा हो जायेगा। आइये बताते हैं। राज्य निर्वाचन आयोग मध्य प्रदेश द्वारा जारी पंचायत आम निर्वाचन 2021-22 के अनुसार 9 जिलों में पहले चरण, 7 जिलों में दूसरे चरण और 36 जिलों में तीसरे चरण में समाप्त होगा।

पहला चरण : इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, निवाड़ी, नरसिंहपुर, हरदा, दतिया और आलीराजपुर।

दूसरा चरण: सिंगरौली, जबलपुर, उमरिया, अनूपपुर, बुरहानपुर, श्योपुर और देवास।

तीसरा चरण: सतना, रीवा, शहडोल, बैतूल, होशंगाबाद, भिंड, मुरैना, टीकमगढ़, दमोह, छतरपुर, सागर, मंदसौर, आगर मालवा, शाजापुर, रतलाम, नीमच, उज्जैन, कटनी, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, अशोक नगर, शिवपुरी, गुना, बड़वानी, झाबुआ, धार, खंडवा, खरगोन, विदिशा, सीहोर, रायसेन और राजगढ़।

मतपत्रों की कलर कोडिंग भी की गई

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में एक मतदाता चार मत डालेगा। जिसमें एक जिला पंचायत सदस्य, दूसरा जनपद पंचायत सदस्य, तीसरा सरपंच और चौथा पंच के लिए मतदान करेगा। चारों मतपत्र आसानी समझ आएं इसके लिए कलर कोडिंग की गई है। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम अनुसार जिला पंचायत सदस्य के मतपत्र गुलाबी रंग, जनपद सदस्य के मतपत्र पीले रंग, सरपंच के मतपत्र नीले रंग और पंच के मतपत्र सफेद रंग के होंगे। मतदान सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक होगा। पंच और सरपंच के मतों की गिनती वोटिंग समाप्त होने के बाद उसी दिन मतदान केंद्र पर ही होगी जबकि परिणाम की घोषणा विकास खण्ड मुख्यालय पर की जाएगी। इसी तरह जनपद सदस्यों के मतों की गिनती और परिणामों की घोषणा विकासखंड मुख्यालय पर की जाएगी जबकि जिला पंचायत सदस्यों के मतों के सारणीकरण विकासखंड मुख्यालय पर और जिला मुख्यालय में परिणाम घोषित किये जायेंगे।

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