कर्नाटक ने सूखे तालाबों में पानी पहुंचाकर पेश की मिसाल
गाँव कनेक्शन 4 Oct 2016 6:50 PM GMT

बेंगलुरु। पीने के पानी के संकट से जूझ रहे गांवों के लिए कर्नाटक की बहुग्राम पेयजल योजना उम्मीद का किरण बन सकती है। कर्नाटक ने अपने यहां पीने के पानी का संकट दूर करने के लिए गांवों में इस योजना को शुरू किया और अब उसके नतीजे सामने आ रहे हैं। बहुग्राम पेयजल योजना के तहत सरकार हर गांव में तालाबों को नदी से जोड़ रही है ताकि तालाब में पानी कभी भी न सूखे। पीने का पानी हर मौसम में मिलता रहे।
हाल में कर्नाटक के विजयपुरा के सारावाड़ गांव में इस योजना के जरिए तालाबों में पीने का पानी पहुंचा। गांववालों के लिए यह योजना उम्मीद का किरण बनकर आई जो सालों से पीने के शुद्ध पानी के लिए तरस रहे थे। गांव के ममदापुर और बेगम तालाब में 15 दिन पहले ही पानी पहुंचा है। यहां तक पानी पाइपलाइन के जरिए बबलेश्वर से पहुंचाया गया। तालाब 20 एकड़ क्षेत्रफल में फैला है। इसके भर जाने से गांववालों के सामने महीनों पानी का संकट नहीं होगा। गांव की आबादी सात से आठ हजार के आसपास है। गांववालों को पीने का शुद्ध जल कभी नसीब नहीं हुआ क्योंकि गांव में जो पानी उपलब्ध था वह पीने लायक नहीं था। मजबूरी में किसान उस पर निर्भर थे। आजादी के बाद से ही शुद्ध पेयजल के लिए गांव वाले प्रयासरत थे। लेकिन सफलता नहीं मिली। कुंए खोदे गए, लेकिन उससे भी गंदा पानी ही निकला।
इस सरकारी योजना से आसपास के गांव का भी भला हुआ है। उत्साहित किसान अब गांव की खुशहाली की गाथा लिखने में लग गए हैं। पहले तालाब बारिश से भर जाते थे लेकिन बीते 10 साल से बारिश भी कम हो रही है। थोड़ी बहुत बारिश होती है जिससे कम ही जल संचयन हो पाता है। तीन दशक से इससे ही गांववालों की प्यास बुझ रही थी। गर्मियों में हालात और भी बुरे हो जाते थे।
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