यूपी का पहला स्मार्ट विलेज बना हसुड़ी गाँव , ग्राम प्रधान हुए सम्मानित 

Neetu SinghNeetu Singh   18 Aug 2017 8:23 PM GMT

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यूपी का पहला स्मार्ट विलेज बना हसुड़ी गाँव , ग्राम प्रधान हुए सम्मानित हसुड़ी ग्राम प्रधान दिलीप कुमार त्रिपाठी को सम्मानित करते नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के हसुड़ी गाँव के युवा प्रधान दिलीप कुमार त्रिपाठी को नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने पहला स्मार्ट विलेज बनाने के लिए सम्मानित किया। हसुड़ी गाँव यूपी का पहला ऐसा गाँव है जहाँ एक क्लिक पर आपको गाँव की हर जानकारी मिलेगी। वाई-फाई, सीसीटीवी कैमरे, ग्राहक सेवा केंद्र, पब्लिक एड्रेस सिस्टम जैसी तमाम सुविधाएँ इस गाँव में मौजूद हैं।

सिद्धार्थनगर जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर पश्चिम दिशा से भनवापुर ब्लॉक के हसुड़ी औसानापुर के ग्राम प्रधान दिलीप त्रिपाठी (38 वर्ष) का कहना है, “गुजरात के पुंसारी गाँव की तर्ज पर हम अपने गाँव को बनाया है, महिलाओं और किशोरियों की सुरक्षा के लिए 90 स्ट्रीट लाइट, 23 सीसीटीवी कैमरे गाँव के हर कोने पर लगे है, जिससे वो अपने आप सुरक्षित महसूस कर सकें।” वो आगे बताते हैं, “अभी हाल ही में डिजिटल इम्पावरमेंट फाउंडेशन में अपने गाँव की बात कहने का मौका मिला जिसमे फाउंडेशन के प्रमुख ओसामा मंजर जी ने गाँव के लिए पांच सिलाई मशीन और पांच कम्प्यूटर देने की बात कही, हमारी हर संभव कोशिश है हमारे गाँव में किसी भी चीज की कोई कमी न रहे।”

अपने गाँव के बारे में बताते दिलीप कुमार त्रिपाठी

होटल ताज गोमतीनगर,लखनऊ में इलेट्स कम्पनी द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘सेकेण्ड स्मार्ट सिटी सममिट, लखनऊ 2017’ कांफ्रेंस हुई। जिसमे प्रदेश के सात जिलों को स्मार्ट विलेज बनाने की बात कही गयी। इस प्रोग्राम में दिलीप त्रिपाठी को अपने गाँव की विशेषताएं बताने का मौका मिला जिसमे उन्होंने कहा, “हमारे गाँव के बारे में ‘डिजिटल हसुड़ी डाट काम’ पर एक परिवार के बारे में 36 तरह की जानकारी के साथ ही गाँव में कौन सी चीज कहाँ है, किसका कहाँ खेत है पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, गाँव के प्राथमिक और जूनियर स्कूल में आठ कैमरे लगे हैं, पिछली साल 90 बच्चे आते थे इस वर्ष 183 बच्चे स्कूल पढ़ने आ रहे हैं।”

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जिले के इस गाँव में वर्तमान समय में गाँव के मुख्य मार्ग और अन्दर और स्कूल में 23 सीसीटीवी कैमरें, 23 पब्लिक एड्रेस सिस्टम, हर तीसरे घर पर एक कूड़ादान पूरे गाँव में 40 कूड़ादान, कॉमन सर्विस सेंटर, वाई-फाई लग चुका है। जिले में 1199 ग्राम पंचायतें हैं जिसमे 1190 वें नम्बर पर कम आबादी वाली हसुड़ी औसानापुर ग्राम पंचायत है, जिसमे 1124 की आबादी है। छोटी पंचायत होने की वजह से यहाँ एक साल का बजट लगभग पांच लाख आता है इसके बावजूद यहाँ के युवा प्रधान दिलीप ने ये ठान लिया है कि गाँव अत्याधुनिक तकनीक से पूरी तरह से लैस हो जिसके लिए वो कई जगह जाकर जानकारी एकत्र करते हैं। दिलीप बताते हैं, “दो साल पहले स्मार्ट सिटी की बात सुना करता था, 80 प्रतिशत आबादी गाँव में रहती है, ग्राम प्रधान बनने के बाद सोचा क्यों न अपने गाँव को ही स्मार्ट बनाया जाये इसी दिशा में जहाँ भी मौका मिलता है सीखने चला जाता हूँ जिससे हमारा गाँव किसी भी सुविधा से वंचित न रहे।

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