लोगों पर भारी पड़ रही दो हजार की नोट

Anand TripathiAnand Tripathi   3 Dec 2016 1:05 PM GMT

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लोगों पर भारी पड़ रही दो हजार की नोटप्रतीकात्मक फोटो

लखनऊ। एक हजार और पांच सौ का नोट बंद हुए महीना भर होने वाला है। लेकिन बैंक और एटीएम के आगे लाइन घट नहीं रही है। ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्कत छोटे नोटों की है। बैंक और एटीएम से ज्यादातर 2000 रुपए के नोट ही मिल रहे हैं। ऐसे में 2000 का छुट्टा कराना लोगों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। अगर किसी दुकानदार के पास जाओ तो वो नोट देखते ही बोल देता है 'पिंकी' को मत देना।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बड़े नोट बंद करने के बाद से छुट्टे की किल्लत बढ़ गई है। क्योंकि 500 की नई नोट फिलहाल किसी भी बैंक और एटीएम से नहीं मिल रही है। लोगों को 2000 रुपए की नई नोट दी जा रही है। जिसका रंग गुलाबी है। जिसे अंग्रेजी में पिंक कहा जाता है। इस नोटों को ही लोगों ने नाम दिया है 'पिंकी' का।

इस वक्त तो सबसे ज्यादा भीड़ नौकरी पेशा लोगों की है जो सैलरी लेने के लिए लाइन में लगे हैं। इनको घर के खर्च के लिए फुटकर रुपए की जरूरत है। मगर ज्यादातर लोगों को दो हजार के ही नोट ही मिल रहे है।

सुल्तानपुर जिले ग्राम गौतमपुर के निवासी सुमित शुक्ला पेशे से शिक्षक हैं। वो बताते हैं, “एटीएम से तीन बार दो-दो हजार करके कुल छह हजार रुपए निकाले हैं, और तीनों बार ही 2000 का ही नोट मिले हैं। इन नोटों का छुट्टा करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।” शुक्ला आगे बताते हैं, “2000 का एक नोट लेकर गाड़ी में 200 रुपए का पेट्रोल डलाने गया था। पेट्रोल पंप पर कह दिया गया कि कम से कम 1000 रुपए का पेट्रोल डलाओ तभी छुट्टे मिलेंगे। मजबूरी में हजार रुपए का पेट्रोल डलाना पड़ा और जब उन्होंने छुट्टे दिए तो उसमें तीन सौ रुपए के सिक्के दे दिए।”

रायबरेली निवासी जितेंद्र सिंह लखनऊ में प्राइवेट कम्पनी में नौकरी करते हैं। वह बताते हैं, “रुपए एटीएम से निकालने में जितनी परेशानी नहीं हुई उससे कहीं ज्यादा परेशानी तो छुट्टे कराने में हो रही है। घर का कुछ सामान लाना था दुकानदार के पास गया तो वो नोट देखते ही बोला भैया 'पिंकी' नहीं चलेगी। बहुत देर तक मान-मनौव्वल के बाद नोट वहीं जमा करके 700 रुपए का सामान लाया।”

  

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