अगर आपसे पूछा जाए कि आपको कौन सी सब्ज़ी पसंद है, तो कई सारे जवाब मिलेंगे; मशहूर क़िस्सागो, गीतकार और गाँव कनेक्शन के फाउन्डर नीलेश मिसरा ने एक्स पर ऐसा ही एक पोस्ट किया- “मेरी माँग है कि भिंडी की सब्ज़ी को तत्काल राष्ट्रीय सब्ज़ी घोषित कर दिया जाए।”
मेरी माँग है कि भिंडी की सब्ज़ी को तत्काल राष्ट्रीय सब्ज़ी घोषित कर दिया जाए।
— Neelesh Misra (@neeleshmisra) April 17, 2025
उनके इस एक पोस्ट ने तो जैसे अनगिनत झरोखे खोल दिए हों, भिंडी के चाहने वाले और न चाहने वालों को तो जैसे एक मुद्दा मिल गया। अब तो ये पोस्ट भिंडी बनाम दूसरी सब्ज़ियाँ हो गई है।
आशीष जोशी ने लिखा कि सूखी या दही की तरी वाली?
अकेले या आलू प्याज के संग वाली?
लंबी लंबी या बटन जैसी गोल वाली?
दाल भात के साथ या पराठे में रोल वाली?
सूखी या दही की तरी वाली ?
— Ashish Joshi (जय) (@WhoAshishJoshi) April 17, 2025
अकेले या आलू प्याज के संग वाली ?
लंबी लंबी या बटन जैसी गोल वाली ?
दाल भात के साथ या पराठे में रोल वाली ?
कुमार विनायक ने लिखा- भिंडी भुजिया या ग्रेवी वाली?
भिंडी प्रेमी अनंत सिंह ने लिखा- बिल्कुल सही ,पर प्रश्न ये हैं कौन सी भिंडी, भरवा या कटी हुई ,कटी हुई भी गोल कटी,सीधी कटी या तिरछी कटी, आलू भिंडी या सिर्फ भिंडी मसाला । बेसन भरी भिंडी या धनिया मसाला भरी भिंडी
बिल्कुल सही ,पर प्रश्न ये हैं कौन सी भिंडी , भरवा या कटी हुई ,कटी हुई भी गोल कटी,सीधी कटी या तिरछी कटी ,आलू भिंडी या सिर्फ भिंडी मसाला । बेसन भरी भिंडी या धनिया मसाला भरी भिंडी
— अनंत सिंह (@anantsingh2008) April 17, 2025
युवराज यादव ने लिखा- भिंडी के प्रति अभी कुछ महीनों में सकारात्मक एटीट्यूड हुआ है बाकी तो लगता था , क्यों ही बनाई गई है भिंडी इस दुनिया में
एक कुमार ने तो भिंडी पर निबंध ही लिख दिया – कृपया भारत में भिंडी को राष्ट्रीय सब्जी घोषित किए जाने के लिये एक बेहतरीन पिच तैयार करो grok वीरे! ऐसे पावरफुल आर्गयूमेंट रखना कि जज लोगों को ऐसी-तैसी करवा कर भिंडी को ही राष्ट्रीय सब्जी घोषित करना पड़े।
भारत में भिंडी को राष्ट्रीय सब्जी घोषित करने की धमाकेदार पिच
नमस्ते, माननीय जजगण! आज मैं आपके सामने एक ऐसी सब्जी की पैरवी करने जा रहा हूँ, जो न सिर्फ भारत की मिट्टी की महक है, बल्कि हर रसोई की शान, हर थाली का स्वाद, और हर दिल की धड़कन है—भिंडी!
इसे राष्ट्रीय सब्जी घोषित करना न केवल एक सम्मान होगा, बल्कि भारत की सांस्कृतिक, आर्थिक, और पोषण संबंधी पहचान को मजबूत करने का एक ऐतिहासिक कदम होगा। चलिए, मैं आपको ऐसे तर्क देता हूँ कि आप भिंडी को राष्ट्रीय सब्जी बनाने के लिए मजबूर हो जाएँ!।
कृपया भारत में भिंडी को राष्ट्रीय सब्जी घोषित किए जाने के लिये एक बेहतरीन पिच तैयार करो grok वीरे! ऐसे पावरफुल आर्गयूमेंट रखना कि जज लोगों को ऐसी-तैसी करवा कर भिंडी को ही राष्ट्रीय सब्जी घोषित करना पड़े।
— S.Kumar (@Banzaaraaa) April 17, 2025
भारत में भिंडी को राष्ट्रीय सब्जी घोषित करने की धमाकेदार पिच
नमस्ते,…
भिंडी की बात शुरू हुई है तो इसका इतिहास भूगोल भी बता ही देते हैं, भिंडी की उत्पत्ति पूर्वी अफ्रीका के देशों जैसे इथियोपिया, इरिट्रिया और पूर्वी सूडान से मानी जाती है। वहाँ से ये सब्जी अरब देशों से होती हुई भूमध्य सागर के किनारे होते हुए भारत और अन्य एशियाई देशों में फैल गई।
अब एक्स से बिना भटके हुए एक बार फ़िर आ जाते हैं; अब भाई भिंडी के चाहने वाले मैदान में थे, तो इसको नापसंद करने वाले कहाँ पीछे रहने वाले हैं-
विश्वास परांजपे ने लिखा- मैं बहुत सालों से से आपकी स्लो लाइफ पॉलिसी पे चल रहा हूँ लेकिन ये भिंडी वाली बात बोलकर आपने विश्वासघात किया है। ओह नीलेश। भिंडी? क्यों भिंडी? यह सबसे बेकार सब्जियों में से एक है। जब तक इसे किसी और चीज़ से भरा न जाए, इसका स्वाद अच्छा नहीं लगता।”
Mein bahut saalon se apki slow life policy pe chal raha hun lekin yeh Bhindi wali baat bolkar apne Vishwasghaat kiya hai. Oh Neelesh for me you have fallen. Bhindi? Why Bhindi? Its one of the most useless veggies. Unless it is stuffed with something else it doesn’t taste good.
— Vishwas Paranjpe (@VishwasParry) April 17, 2025
अब सब्जियों की बात चल रही हो तो आलू के चाहने वाले कहाँ पीछे रह सकते हैं, लकी बाजपई ने लिखा- ये सरसर अन्यान्य हे आलू के साथ।
हम इस मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट तक लेके जायेगे और आलू को इंसाफ दिला कर रहेंगे।
सब्जी केवल एक है आलू
— Gaurav Shyama Pandey (@Gauraw2297) April 17, 2025
बाकी सब तो मिलावट है
एक और आलू प्रेमी गौरव श्याम पाण्डेय ने लिखा-
सब्जी केवल एक है आलू
बाकी सब तो मिलावट है
कीर्ति आज़ाद ने लिखा – अगर ऐसा हुआ तो मैं यह भीष्म प्रतिज्ञा लूंगा कि आजीवन भिंडी नहीं खाऊंगा सिवाय तब के जब भिंडी की गीली सब्जी ना बनी हो या कुरकुरी भिन्डी जो काली न पड़ गई हो
आलू प्रेमी तो जैसे भिंडी को अपनाने को तैयार ही नहीं हैं, प्रसून वार्ष्णेय ने लिखा है- आलू को कहते हैं सब्जियों का राजा
सुगंध ने लिखा है – मैं इसका समर्थन नहीं करती 😏 राष्ट्रीय सब्जी तो आलू की तरकारी ही रहेगी वो भी भंडारे वाले आलू की 😁
मैं इसका समर्थन नहीं करती 😏 राष्ट्रीय सब्जी तो आलू की तरकारी ही रहेगी वो भी भंडारे वाले आलू की 😁
— ѕυgαи∂н (@Sur_Sugandh) April 17, 2025
सोशल मीडिया पर पर हर-रोज़ चलने वाले शोर-शराबे के बीच भिंडी ने तो जैसे सब्ज़ी प्रेमियों को एकजुट कर दिया।
भिंडी से शुरू हुआ फ़िर आलू, गोभी, करेला, लौकी और न जाने कितनी सब्ज़ियों को साथ लेकर आ गया, अभी भी ये सिलसिला ज़ारी है, अब भी लिंक पर क्लिक करके अपना वोट दे दीजिए कि भिंडी की सब्ज़ी को तत्काल राष्ट्रीय सब्ज़ी घोषित कर दिया जाए या नहीं?