देश में गहन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई) 4.0 की शुरुआत की गई। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने सोमवार 7 फरवरी को वर्चुअल माध्यम के जरिए आज राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य अधिकारियों की उपस्थिति में गहन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई) 4.0 की शुरुआत की।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, “भारत विश्व स्तर पर सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम संचालित कर रहा है, जिसमें सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) के तहत हम हर साल 3 करोड़ से अधिक गर्भवती महिलाओं और 2.6 करोड़ बच्चों को कवर करते हैं।”
गहन मिशन इंद्रधनुष 4.0 के तीन राउंड (दौर) होंगे और यह देश के 33 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 416 जिलों (आजादी का अमृत महोत्सव के लिए चिन्हित 75 जिलों सहित) में संचालित किया जाएगा।
इसके पहले राउंड (फरवरी- अप्रैल 2022) में 11 राज्य आईएमआई 4.0 को संचालित करेंगे। ये राज्य हैं- असम, उत्तराखंड, गुजरात, जम्मू और कश्मीर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, राजस्थान, सिक्किम, त्रिपुरा व छत्तीसगढ़।
वहीं, अन्य 22 राज्य अप्रैल से मई 2022 तक राउंड संचालित करेंगे। इन राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, बिहार, पुडुचेरी, दिल्ली, पंजाब, गोवा, तमिलनाडु, हरियाणा, तेलंगाना, झारखंड, दादरा और नगर हवेली व दमन और दीव, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश व अंडमान और निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं।
देश में बच्चों व गर्भवती माताओं को गम्भीर बीमारियों से बचाने हेतु प्रधानमंत्री @NarendraModi जी द्वारा चलाए गये मिशन इंद्रधनुष के 4.0 संस्करण को लॉंच किया। इससे देश में वैक्सीनेशन कवरेज को और अधिक रफ्तार मिलेगी। pic.twitter.com/X1AyFHKiWu
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) February 7, 2022
डॉ. मांडविया ने कहा कि हमारे प्रयासों को नवीनतम राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण में प्रतिबिंबित किया गया है, जिसमें बढ़ी हुई कवरेज को दिखाया गया है। उन्होंने कहा, “नवजातों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को बीमारियों व मृत्यु दर से बचाने के लिए टीके सबसे प्रभावी, सस्ती और सुरक्षित विधियों में से एक हैं। पूर्ण टीकाकरण कवरेज बढ़ाने के उद्देश्य से माननीय प्रधानमंत्री ने कम टीकाकरण कवरेज, उच्च जोखिम वाले और दुर्गम क्षेत्रों में आंशिक व बिना टीकाकरण वाली गर्भवती महिलाओं व बच्चों को कवर करने और उन्हें टीकों के जरिए बचाव योग्य बीमारियों से सुरक्षा प्रदान के लिए दिसंबर, 2014 में मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत की थी।”
मिशन इंद्रधनुष के तहत सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) के अंतर्गत सभी टीके राष्ट्रीय टीकाकरण अनुसूची के अनुरूप प्रदान किए जाते हैं। इसके अलावा मिशन इंद्रधनुष को ग्राम स्वराज अभियान (541 जिलों के 16,850 गांवों) और विस्तारित ग्राम स्वराज अभियान (112 आकांक्षी जिलों के 48,929 गांवों) के तहत प्रमुख योजनाओं में से एक के रूप में भी चिह्नित किया गया है।
#IntensifiedMissionIndradhanush#Vaccine4All
➡️Focus on Universal Immunization: Dr. @mansukhmandviya launches Intensified Mission Indradhanush (IMI) 4.0.https://t.co/7EctovYwma pic.twitter.com/X5YMEGR1J1
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) February 7, 2022
डॉ. मांडविया ने बताया कि जहां कोविड महामारी के चलते नियमित टीकाकरण की गति धीमी हो गई है, वहां आईएमआई 4.0 इस अंतर को खत्म करने और सार्वभौमिक टीकाकरण की दिशा में स्थायी लाभ प्राप्त करने में अपना काफी अधिक योगदान देगा। उन्होंने आगे कहा कि यह सुनिश्चित करेगा कि नियमित टीकाकरण (आरआई) सेवाएं बिना टीकाकृत व आंशिक रूप से टीकाकृत बच्चों और गर्भवती महिलाओं तक पहुंच सके।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार अब तक देश के 701 जिलों को कवर करते हुए मिशन इंद्रधनुष के दस चरणों को पूरा किया जा चुका है। अप्रैल 2021 तक मिशन इंद्रधनुष के विभिन्न चरणों के दौरान कुल 3.86 करोड़ बच्चों और 96.8 लाख गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जा चुका है। मिशन इंद्रधनुष के पहले दो चरणों के परिणामस्वरूप एक वर्ष में पूर्ण टीकाकरण कवरेज में 6.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
आईएमआई 4.0 के तीन राउंड की योजना बनाई गई है, जिससे कोविड- 19 महामारी के कारण सामने आई कमियों को पूरा किया जा सके। इसका संचालन 33 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 416 जिलों में किया जाएगा। इन जिलों को नवीनतम राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 रिपोर्ट के अनुरूप टीकाकरण कवरेज, स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) के आंकड़ों और टीके से बचाव योग्य बीमारियों की संख्या के आधार पर चिह्नित किया गया है। इसके अलावा राज्यों द्वारा सुझाए गए जिलों को भी इसमें शामिल किया गया है।
हाल ही में कोविड-19 मामलों की बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए राज्यों को फरवरी 2022- अप्रैल 2022 या मार्च से मई 2022 तक इसे संचालित करने की छूट दी गई है। पहला राउंड 7 फरवरी 2022 से, दूसरा राउंड 7 मार्च 2022 से और तीसरा राउंड 4 अप्रैल 2022 से शुरू होगा। पहले के विपरीत हर एक दौर सात दिनों के लिए आयोजित किया जाएगा। इसमें नियमित टीकाकरण दिवस, रविवार और सार्वजनिक अवकाश शामिल हैं। हालांकि, हाल के दिनों में कोविड मामलों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए राज्यों को मार्च से मई 2022 तक अभियान को चलाने की छूट दी गई है। 33 में से 11 राज्यों ने इसे फरवरी-अप्रैल 2022 की अवधि में संचालित करने की योजना बनाई है।