‘दोस्तों मेरा नाम है नीलेश मिसरा.. कहानियाँ सुनाता हूँ’
इसी आवाज़ को सुनने का इंतज़ार आप बेसब्री से करते हैं न ! इसे आप रेडियो, यूट्यूब और ऑडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर सुनते आ रहे हैं, लेकिन अगर ऐसा हो कि किसी दिन आपको ये सामने से सुनने को मिल जाए तब…
हाँ ये सच है, भारत के सबसे पसंदीदा कहानीकार नीलेश मिसरा आपके शहर आने वाले हैं, क्योंकि कहानियों का मौसम आ गया है।
कहानी की ये यात्रा पुणे से शुरू होगी, आगे गुड़गाँव, भोपाल, इंदौर, बैंगलोर, चंडीगढ़, मुंबई, कोलकाता, नई दिल्ली और कानपुर तक जाएगी। फिर देर किस बात की, अभी यहाँ क्लिक करके टिकट बुक कीजिए।
“एक स्टोरीटेलर अपने श्रोताओं के बिना कुछ भी नहीं है और लाइव दर्शकों को कहानियाँ सुनाने से बड़ी कोई खुशी नहीं है; यह सबसे बड़ा सौभाग्य है। ” भारत के सबसे मशहूर और पसंदीदा स्टोरीटेलर ने कहा।
नीलेश मिसरा अपनी लिखी कहानियों के साथ, हिंदी फिल्मों में लिखे गाने भी सुनाएँगे, यही नहीं हाल ही में रिलीज हुए उनके खुद के गीत भी आपको सुनने को मिलेंगे। अधिक जानकारी के लिए आप इस वेबसाइट पर आ सकते हैं, जहाँ रोज़ाना अपडेट मिलते रहेंगे। https://neeleshmisra.com/live-storytelling-tour-india-2023/
नीलेश मिसरा एक अवार्ड विनिंग जर्नलिस्ट, पाँच पुस्तकों के लेखक, गाँव कनेक्शन के फाउंडर और एक हिंदी फिल्म गीतकार हैं। उनका काम सलमान खान की कुछ सबसे बड़ी फिल्मों से लेकर “गाँव कनेक्शन” के माध्यम से भारत के सुदूर गाँव तक पहुँचा है।
साल 2011 में नीलेश मिसरा ने 92.7 बिग एफएम पर अपने सबसे मशहूर रेडियो “यादों का इडियट बॉक्स विद नीलेश मिसरा” की शुरूआत की और कहानी सुनाने की लुप्त होती विधा को एक बार फिर सामने लाए और लोगों के दिलों पर छा गए। इस कार्यक्रम को सबसे ज़्यादा पुरस्कार भी मिले हैं।
नीलेश मिसरा की कहानियों से प्रेरित होकर हज़ारों पॉडकास्टरों, ओपन माइक कलाकारों ने एक नई शुरुआत की।
तब से रेडियो, ऑडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म और यूट्यूब पर लाखों श्रोता उनके दीवाने हैं और उनकी कहानियों का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं।
उनकी कहानियों का शो दो घंटे तक चलता है, जिसे लोग मंत्रमुग्ध होकर सुनते हैं, क्योंकि नीलेश मिसरा की कहानियाँ सुनाने का अंदाज़ बिल्कुल जुदा है, तभी तो पाँच साल के बच्चे से लेकर दादी-नानी तक उनकी कहानियाँ सुनती हैं।
फिर देर किस बात की, अभी यहाँ क्लिक करके टिकट बुक कीजिए।
पुणे: 16 दिसंबर- पंडित भीमसेन जोशी कलामंदिर
गुड़गाँव: 17 दिसंबर- स्टूडियो एक्सओ
भोपाल: 23 दिसंबर – रेलवे ऑडिटोरियम
इंदौर: 24 दिसंबर- पपाया ट्री होटल
बैंगलूरू : 6 जनवरी- डॉ भीम राव अंबेडकर भवन
चंडीगढ़ : 7 जनवरी – टैगोर थिएटर
मुंबई : 13 जनवरी – रंगशारदा, ऑडिटोरियम
कोलकाता : 14 जनवरी – कला कुंज ऑडिटोरियम
नई दिल्ली: 20 जनवरी – केदारनाथ साहनी ऑडिटोरियम
कानपुर: 21 जनवरी – जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम