The Slow Interview spoof: शराबी वॉनी जॉकर हैं इस बार के मेहमान, देखिए आगे फिर क्या हुआ

विश्व स्वास्थ्य संगठन और गाँव कनेक्शन एक जागरूकता अभियान चला रहे हैं, जिसमें शराब के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को कहानी और कविताओं के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। मेरी प्यारी जिंदगी के इस भाग में गाँव कनेक्शन के फाउंडर नीलेश मिसरा 'द स्लो इंटरव्यू' का स्पूफ लेकर आए हैं।
The Slow Interview spoof

वॉनी जॉकर एक दिलचस्प इंसान हैं।

शराब के प्रेम में डूबे वॉनी जॉकर अपनी जिंदगी की कहानी बता रहे हैं, असल में उनकी यह कहानी कई लोगों की कहानी हो सकती है।

यह इंटरव्यू शराब की लत में डूबे किसी भी इंसान को सोचने को मजबूर कर सकता है।

भारत के सबसे चहेते कहानीकार नीलेश मिश्रा, जिन्हें उनके मशहूर ‘द स्लो इंटरव्यू’ के लिए भी जाना जाता है, मेरी प्यारी जिंदगी नाम से शराब के दुरुपयोग पर जागरूकता अभियान के हिस्से के रूप में अपनी खुद की साक्षात्कार श्रृंखला का एक स्पूफ बनाया है। इंटरव्यू के मेहमान वॉनी जॉकर का काल्पनिक चरित्र, दिलचस्प रूप से नीलेश मिश्रा ने खुद निभाया है!

जागरूकता अभियान विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण पूर्व एशिया के क्षेत्रीय कार्यालय (WHO SEARO) और गाँव कनेक्शन के बीच सहयोग का परिणाम है। इस अभियान में वीडियो, ऑडियो कहानियां और मीम्स शामिल हैं जो वास्तविक जीवन के पूर्व शराबियों के साथ-साथ शराब के साथ लड़ाई जीतने वाले काल्पनिक नायक के अनुभवों को बताते हैं।

अपने मेहमानों से उनकी जिंदगी से जुड़ी बातों के बारे में पूछने वाले नीलेश मिसरा ने यहां पर भी वॉनी जॉकर से उनकी जिंदगी के बारे में पूछ रहे हैं।

बेपरवाह फिर भी अपराध बोध से ग्रस्त

जैसे ही वह अपने जिंदगी की परत दर परत खोलना शुरू करते हैं, यह पता चला है कि वॉनी जाकर क्या हैं। एक तरफ, वह लोगों को चोट पहुंचाने और रिश्तों में असफल होने के बारे में अडिग हैं, जबकि दूसरी ओर, वह एक ऐसे इंसान हैं जो अपने जीवन में अपने जहर से पूरी तरह वाकिफ हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह कभी-कभी रोते हैं या अपनी जिंदगी में किसी भी चीज़ पर रोने का मन करता है, जॉकर का जवाब होता है ‘हर चीज बतायी नहीं जाती है’, लेकिन कहीं न कहीं अपराध बोध भी दिखायी देता है।

“मैंने सबको रुला दिया। मेरी एक्स गर्लफ्रेंड, मेरी होने वाली गर्लफ्रेंड, मेरी पत्नी, मेरे रिश्तेदार। मैं क्यों रोऊंगा, “वॉकर ने कहा।

फिर भी, इंटरव्यू के आखिर में, जब नीलेश मिश्रा ने उससे पूछा कि क्या उन्हें अब तक के जिंदगी को अगर फिर से जीने का मौका दिया जाए तो वो अलग तरीके से क्या करेंगे। इस बात जॉनी वॉकर अपने उस दोस्त पर गुस्सा दिखाया जिसने सबसे पहले उन्हें शराब पिलायी थी

अंत में, इंटरव्यू एक दुखद नोट पर समाप्त होता है, जब वह उन लोगों के बारे में बात करते हैं, जिन्हें उन्होंने चोट पहुंचाई है, वह दुनिया को अलविदा कहते हैं और उनकी कुर्सी पर जो कुछ भी दिखाई देता है वह एक माला और अगरबत्तियों के साथ उसकी तस्वीर है।

“सबको रूला के हम चले गए,”वॉनी वॉकर के आखिरी शब्द थे।

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