बरेली (उत्तर प्रदेश)। लोग मुर्गी पालन का व्यवसाय शुरू तो करते हैं, लेकिन सही जानकारी न होने पर उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ता है, ऐसे में सबसे जरूरी होता है, मुर्गी पालन शुरू करने से पहले प्रशिक्षण प्राप्त करना।
केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान, बरेली समय-समय पर मुर्गी पालन के प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित करता रहता है। संस्थान के निदेशक डॉ. वीके सक्सेना बताते हैं, “मुर्गी पालन के लिए सरकार की कुक्कुट नीति अपनायी जा रही है, जिसके चलते इस समय मुर्गी पालन की तरफ युवा आकर्षित हो रहे हैं, और इसे किसी भी लागत के आधार पर आप शुरू कर सकते हैं। अगर कम पूंजी है तब भी शुरू कर सकते हैं अगर ज्यादा पूंजी लगाते हैं तो बड़ा व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।”
वो आगे कहते हैं, “हमारे यहां दो तरह का ट्रेनिंग प्रोग्राम चलता है, एक तो सामान्य प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो सारे किसानों के लिए होता है। इसकी अवधि करीब एक हफ्ते से दस दिन की होती है, इसमें हम किसानों से कोई भी फीस नहीं लेते हैं। केवल रहने खाने का उनका अपना खर्च होता है। जब 50-60 की संख्या हो जाती है तो ट्रेनिंग शुरू करते हैं। इसमें पहले कम पढ़े-लिखे लोग आते थे, लेकिन अब तो बीटेक, एमटेक, आर्मी के रिटायर जवान भी अब कुक्कुट पालन की ट्रेनिंग लेकर इसे शुरू कर रहे हैं।
दूसरे ट्रेनिंग प्रोग्राम के बारे में बताते हैं, “दूसरा प्रशिक्षण कार्यक्रम विशेष कार्यक्रम होता है, जैसे कि हैचरी, लेयर पालन या फिर ब्रायलर पालन पर, इस तरह के कई कार्यक्रम होते हैं। ये 14 दिनों की ट्रेनिंग होती है, जिसकी फीस भी होती है।”
देश में पोल्ट्री उद्योग का कुल कारोबार 90 हजार करोड़ रुपए का है, जिसमें 65 प्रतिशत हिस्सा चिकन मीट का और 35 फीसदी हिस्सा अंडे का है। पोल्ट्री इंडस्ट्री का भारत में तेजी से विस्तार हुआ है। तेलंगाना, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश से लेकर से पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश में करोड़ों लोग इस कारोबार से जुड़े हैं।
ऐसे कर सकते हैं आवेदन
मुर्गी पालन का प्रशिक्षण करने वाले लोग, संस्थान में फोन, पत्र या फिर ईमेल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। एक बार रजिट्रेशन होने पर जब भी कार्यक्रम शुरू होता है, लोगों को बुला लिया जाता है।
यहां भी ले सकते हैं प्रशिक्षण
इसके साथ किसान या फिर युवा अपने जिले में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पर भी संपर्क कर सकते हैं। जहां पर लोगों के लिए समय-समय पर ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया जाता है।
अधिक जानकारी के लिए यहां करें संपर्क
निदेशक, केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान
फोन: 91-581-2303223; 2300204; 2301220; 2310023;
ईमेल :cari_director@rediffmail.com; director.cari@icar.gov.in