अभय राज, कम्युनिटी जर्नलिस्ट
मुजफ्फरपुर (बिहार)। एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) चमकी बुखार के कहर से हो रहे बच्चों की मौत के बाद आज शनिवार को बिहार राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार मुजफ्फरपुर पहुंचे। वहां वह एसकेएमसीएच पहुंचकर बच्चों की बीमारी का हाल जाना। वहां उन्होंने बच्चों से मुलाकात कर डॉक्टरों से बातचीत की और इलाज का जायजा लिया।
बिहार राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने आज मुजफ्फरपुर के श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) का दौरा किया। उन्होंने कहा कि हम सभी इस दुख की घड़ी से अवगत है। वर्तमान में आपात जैसी स्थिति बनी हुई है। हम सभी इसको फेस कर रहे है। अभी तक कुल 69 बच्चों की मौत हो गई है। वही काफी संख्या में बच्चों का इलाज चल रहा है। अधिकांश मामले में बच्चों में खून की कमी पाई गई है।
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उन्होंने ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से गर्मी काफी ज्यादा है। कुपोषित बच्चे इसका ज्यादा शिकार हो रहे है। संजय कुमार ने बताया कि बच्चों को धूप से बचना चाहिए। प्रतिदिन को कम से कम दो बार नहाना चाहिए। बच्चों को खाली पेट नहीं रखना चाहिए। समय-समय पर बच्चों को ORS का घोल देते रहना चाहिए। बिहार के 12 जिलों में AES का प्रकोप काफी ज्यादा है।
सरकार द्वारा अच्छे पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.रेडियो पर जिंगल्स चलवाया जा रहा है.माइकिंग के माध्यम से भी प्रत्येक ब्लॉक में जा कर लोगो को जागरूक किया जा रहा है। वर्तमान में 34 बेड है। वही आज शाम तक 16 बेड और लगा दिया जाएगा। मतलब कुल 50 बेड हो जाएगा। पटना एम्स से डॉ लोकेश के अध्यक्षता में एक टीम आ रही है।
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गौरतलब है कि संदिग्ध बुखार से अब तक 70 बच्चों की जान जा चुकी है। हालात अनियंत्रित देखकर अब केंद्र सरकार भी इस पर नजर बनाये हुए है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी रविवार को मुजफ्फरपुर पहुंच रहे हैं।