पूनम ने अपने सपनों को पूरा कर जोड़ा देशभर से नाता
ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट और गांव कनेक्शन का 45 दिन का यह खास अभियान 'हैंड्स ऑफ इंडिया', निर्माता, विक्रेताओं और ग्राहकों की कहानियां लगातार प्रस्तुत कर रहा है। इसका उद्देश्य भारत के निर्माण में मदद करने वाले लोगों के लिए सहानुभूति और गर्व की भावना पैदा करना है। इस कड़ी के दूसरे भाग में पढ़िए पूनम सैनी की कहानी, जिन्होंने फ्लिपकार्ट के माध्यम से एक व्यवसायी होने के अपने सपने को पूरा किया।
Subha Rao 17 May 2021 6:49 AM GMT
जयपुर की पूनम सैनी एक पत्नी, मां और बेटी हैं। इसके साथ ही वे अपने सपने को सच कर अपनी कहानी में खुद को नायिका बनाने में कामयाब रहीं। उनके परिवार के सदस्यों ने भी स्वीकार किया कि एक लड़की किसी लड़के से कम नहीं है।
यहां एक ऐसी महिला के लिए जश्न मनाया जा रहा है, जिसने सपना देखा था और उसे पूरा करने के लिए लगातार काम किया।
कुछ साल पहले पूनम की जिंदगी बहुत अलग थी। वह अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट पति राकेश कुमार सैनी और बच्चों के साथ मुंबई में रहती थी। उनके दिल में एक सपना था, लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि इसे कैसे पूरा किया जाए। वह एक बिजनेस वुमन बनना चाहती थीं। पूनम ने बताया, "वास्तव में मेरे पास सोचने का समय नहीं था। इतना ही नहीं अपने पति और सास से बात करने या परिवार के साथ खाना खाने भी समय नहीं था। जीवन बहुत व्यस्त था, बच्चे छोटे थे और हमें उनके जीवन को संवारने के लिए भी भूमिका निभानी थी।"
और फिर एक दिन परिवार ने अपने शहर जयपुर लौटने का फैसला किया। इसके बाद पूनम का सपना आकार लेने लगा। राकेश ने जयपुर में ही काम शुरू किया और पूनम ने व्यवसाय शुरू किया। उन्होंने कपड़े, जूते बेचे और दुपट्टे बनाए।
पूनम को पहले ही एहसास हो गया था कि ऑनलाइन बाजार उनका लक्ष्य होगा। उन्होंने आगे बताया, "ऑफ़लाइन में आपको एक स्टोर खोलना होगा, स्टॉक रखना होगा और घंटों बैठना होगा। ऑनलाइन में आप अपने घर बैठे देश भर के बाजार अपने उत्पाद बेच सकते हैं। इसके लिए मैंने फ्लिपकार्ट के साथ करार किया है। क्योंकि उनकी सेलर सपोर्ट टीम काफी अच्छी है और भुगतान भी तुरंत होता है। "
जल्द ही, पूनम और राकेश ई-कॉमर्स के कामकाज को समझने लगे। ऑर्डर आने लगे, पहले ये कम थे और बाद में ये बढ़ने लगे।
जैसे-जैसे व्यापार बढ़ता गया, पूनम का भरोसा भी बढ़ता गया। वह मुस्कुराती हैं और कहती हैं, "मेरे पति नहीं, बल्कि मेरी सास। मेरे बच्चे उनके साथ काफी समय बिताते हैं और वे उनसे जीवन के सिद्धांत और संस्कृति सीख रहे हैं।"
बिजनेस बढ़ने लगा तो राकेश ने अपना काम छोड़ पूनम के साथ शामिल हो गए। पूनम कहती हैं, ''इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि अब हम चौबीस घंटे साथ हैं।''
पूनम अपनी सफलता के साथ रुकी नहीं, उन्होंने दूसरों को भी व्यवसाय करने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया। एक विक्रेता संदीप चगड़ा ने बताया, "पूनम ने मुझे अपना काम शुरू करने के लिए प्रेरित किया। मैंने उनसे संपर्क किया और उनसे जानकारी हासिल की। फिर अपना काम शुरू कर दिया।"
उनके ऐसा करने का कारण बेहद ही सरल, लेकिन सुंदर है। पूनम कहती हैं, "जिस तरह से फ्लिपकार्ट अपने विक्रेताओं का समर्थन करता है, मैं फ्लिपकार्ट के विक्रेताओं का समर्थन करना चाहती हूं।"
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