अंकित यादव, कम्युनिटी जर्नलिस्ट
बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बाराबंकी के रानीगंज में हुए शराब कांड पर पीड़ित परिजनों से मिलकर उनसे बातचीत की। उन्होंने उन्हें न्याय का पूरा भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि इस घटना में कई लोगों की मौत हो गई, अगर सरकार सजग होती तो शायद इतना बड़ा कांड ना होता।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि देसी शराब निर्माण करने वाली पावर हाउस ब्रांड कंपनी बंद होनी चाहिए। जो लोग शराब कांड में मरे हैं उनके परिवार वालों को 20 लाख की आर्थिक सहायता देनी चाहिए। सरकार ने जो दो लाख की सहायता दी है वह सहायता अपर्याप्त है।
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इस दौरान उन्होंने महादेवा में पूजा अर्चना करते हुए विपक्षी पार्टियों पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि औरों की तरह हम व समाजवादी पार्टी पूजा अर्चना करते समय दिखावा नहीं करते हैं।
बताते चलें कि अलीगढ़ हत्याकांड में अखिलेश यादव ने दुख जताते हुए कहा कि ये कोई नई घटना नहीं है। इससे पहले हमीरपुर में भी ऐसी घटना को अंजाम अपराधियों द्वारा दिया जा चुका है। अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इस प्रकार की घटनाएं रुकने वाली नहीं है, अगर लोग पुलिस के पास जाते हैं तो पुलिस के द्वारा उन्हें टॉर्चर करने का कार्य किया जाता है।
अखिलेश यादव ने बहराइच का उदाहरण देते हुए कहा कि बहराइच में एक गरीब व्यक्ति को थाने के अंदर पुलिस के द्वारा पीट-पीटकर मार डाला गया, जो काफी निंदनीय है। अखिलेश यादव ने राम मंदिर पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला सर्वमान्य है, सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पूरा देश स्वीकार करेगा। इसी दौरान अखिलेश यादव ने मायावती के साथ हुए गठबंधन को तोड़ने पर बताया कि अगर मायावती जी ने गठबंधन तोड़कर अकेले चुनाव लड़ने का मन बनाया है तो समाजवादी पार्टी भी अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार है।