ग्रामीण भारत पर लॉकडाउन कितना भारी पड़ा है? उन परिवारों का क्या हुआ जो सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर गाँव लौटकर आए? क्या हुआ उन घरों में जहां शहरों में कमा कर भेजे गए बेटे-बेटियों के पैसों से चूल्हा जलता था, और उन किसानों का जिनकी फसल लॉकडाउन के दौरान खेतों में तैयार थी? कैसे चल रहा है ग्रामीण भारत का गुजारा?
किसान, युवा, मनरेगा, महिला, बेरोजगारी, सरकारी नीतियों और सरकार के फैसलों पर क्या कहता है ग्रामीण भारत, बताएगा गांव कनेक्शन सर्वे.. गाँव कनेक्शन ने देश के 3 केंद्र शासित प्रदेशों समेत 23 राज्यों के 179 जिलों में 25000 से ज्यादा लोगों का सर्वे किया है.. ये सर्वे Gaon Connection की रुरल इनसाइट विंग ने कराया जिसे आप Insights.gaonconnection.com पर पढ़ सकते हैं.
सर्वे की मुख्य खबर- लॉकडाउन में जेवर, फोन, जमीन तक बेचा, क़र्ज़ लिया, लेकिन सरकार के कामों से संतुष्ट हैं 74% ग्रामीण: गांव कनेक्शन सर्वे
Covid-19 लॉकडाउन के दौरान केद्र की Narendra Modi सरकार के कामकाज पर क्या कहते हैं गांव के लोग?
कोविड से निपटने के लिए राज्य सरकारों द्वारा दी जा रही सुविधाओं से आम लोग खुश हैं?
क्या आपको खबर भी है कि Lockdown में एक बड़ी आबादी ने किन मुश्किलों का सामना किया था?
वो लोग जिनकी नौकरी चली गई, कामकाज बंद हुआ लॉकडाउन में उनके घर कैसे चले?
क्या कहते हैं वो किसान जिनकी फसलें खेतों में तैयार खड़ी थी लेकिन लॉकडाउन लग गया?
वो लोग लोग जो पैदल, साइकिल, ट्रक बस और ट्रेनों में जूझते हुए गांव पहुंचे उनका क्या कहना है?
और
आर्थिक पैकेज से जो पैसे गांवों के लोगों तक पहुंचे उन पर क्या बोलीं आम महिलाएं?
ऐसे बहुत सारे सवालों के जवाब मिलेंगे देश के इस सबसे बड़े ग्रामीण सर्वे में. लॉकडाउन के दौरान और बाद में ये सर्वे फेस टू फेस किया गया है.. जल्द समझिएगा ग्रामीण भारत का मूड