देश के कई इलाकों में सरकारी स्तर पर धान की खरीद चल रही है। कई राज्यों में किसान खरीद में परेशानियों का शिकायत कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में भी धान खरीद को लेकर पीलीभीत के जिलाधिकारी पुलकित खरे उस वक्त चर्चा में आए जब उन्होंने सरकारी मंडी में अधिकारियों और कर्मचारियों की क्लास लगाई।
पीलीभीत में धान खरीद को लेकर कई प्रयोग किए हैं, जिनमें मंडी में गेट पर रजिस्ट्रेशन से टोकन काटने से लेकर धान माफियाओं को रोकने के प्रयास शामिल है। पीलीभीत में उन किसानों को से ही धान लिए जा रहे हैं जो खुद धान लेकर खरीद केंद्रों पहुंच रहे हैं या फिर जिस किसान के धान हैं उसके जरुरी कागजात अधिकारियों को दिखा रहे हैं।
गांव कनेक्शन ने पिछले दिनों धान खरीद को लेकर कई जिलों में से ग्राउंड रिपोर्टिंग की, इस दौरान में पीलीभीत में जिलाधिकारी पुलकित खरे से खास बात की…
पीलीभीत में 23 नवंबर तक धान खरीद में लापरवाही पर 6 केंद्र प्रभारियों पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी तो 12 केंद्र प्रभारियों को चेतावनी दी गई थी वहीं 170 से ज्यादा लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
जिले में 23 नवंबर तक 160939 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई थी। जिले में 165 धान क्रय केंद्र बनाए गए थे, जिसमें से वर्तमान में 115 केंद्र चालू हैं।